आँध्रप्रदेश के तिरुपति शहर में देश के पहले गौमंदिर और गौतुलाभरम का निर्माण हो रहा है| तिरुपति देवस्थान के चेयरमैन वाई वी सुब्बारेड्डी के अनुसार तिरुमाला हिल्स के पास अलिपिरी में तैयार हो रहे गौमंदिर और गौतुलाभरम की इमारत डेढ़ महीने बाद उदघाटन के लिए तैयार हो जायेगी| उनका ये भी कहना है, Covid19 के कारण मंदिर निर्माण का काम थोड़ा धीरे हुआ है, लेकिन अब इसकी इमारत जल्द तैयार हो जाएगी|
हिन्दू धर्म में गाय को बहुत पावन माना जाता है, और उसे माता का दर्जा प्राप्त है, और इस मंदिर में भक्त गौ पूजन और गौ प्रदक्षिणा एक साथ कर सकेंगे, जिसका विशेष महत्व होगा| टीटीडी ट्रस्ट बोर्ड की तरफ से इस मंदिर के निर्माण के लिए 13 करोड़ रुपये का अनुदान मिला है|
तुलाभरम (Weighing bridge), एक विशेष प्रकार तराजू होगा, जिसकी ख़ास बात ये होगी कि, इस तराजू के एक पलड़े में गाय होगी, और दूसरा पलड़ा दान दाताओं के लिए होगा, यानि लोग गाय के वजन के बराबर, या अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान कर सकते हैं| और दान में आने वाले पैसे ‘गौ मंदिर’ के विस्तार के लिए उसमें लगाए जायेंगे| इस मंदिर के लिए ये तुलाभरम मध्यप्रदेश में बनकर तैयार हो रहा है|
भगवान् वेंकटेश्वर का मंदिर होने के कारण तिरुपति को पहले से ही हिन्दू धर्म में बहुत पावन स्थान माना जाता है, और हर साल लाखों की संख्या में भक्त तिरुपति बालाजी के दर्शन करने यहाँ आते हैं, और अब गौमंदिर बनने के बाद इस स्थान का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाएगा, और भक्तों को एक साथ दो पवित्र स्थान पर जाने का लाभ मिलेगा| अपने तरह के इस विशेष मंदिर जैसा कोई भी और मंदिर अभी तक नहीं बना है|