तो अब उत्तराखंड के भक्तों को मिलेंगे बद्रीनाथ और केदारनाथ के दर्शन

 

अगर श्रद्धा सच्ची हो, तो भक्त अपने भगवान के दर्शन कर ही लेते हैं| उत्तराखंड में रहने वाले केदारनाथ और बद्रीनाथ के भक्त भी अब अपने आराध्य के दर्शन कर सकते हैं, जिसके लिए 1 जुलाई से उत्तराखंड के चार धाम खुल जायेंगे| हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखने वाले ये चार धाम, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री, हर साल भक्तों के दर्शन के लिए खोले जाते हैं, पर इस बार कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते इनके खुलने को लेकर असमंजस बना हुआ था, लेकिन उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने 29 जून को एक आदेश पारित करके इन चारों धाम को खोलने की अनुमति प्रदान कर दी है, जिसके तहत भक्तों को दर्शनों के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा, उसके बाद ही मंदिर में दर्शनों के लिए अनुमति मिल सकेगी|

ImageSource

इसके अलावा भक्तों के लिए ई-पास भी जारी किये जायेंगे, जो साथ रखना अनिवार्य होगा, साथ ही एक फोटो आईडी भी साथ रखना होगी, जिसे देखने के बाद भी पुलिस प्रशासन द्वारा धाम क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति मिलेगी| हालांकि कोरोना वाइरस की वजह से मंदिर समितियां और पुजारी नहीं चाहते कि, अभी भक्तों के लिए दर्शन शुरू हों, पर प्रशासन ने सारे कयासों पर विराम लगा दिया है| लेकिन उत्तराखंड के अलावा अन्य राज्यों के लोगों को दर्शनों के लिए आने की अनुमति नहीं मिली है| साथ ही क्वारनटाइन किये गए, कन्टेनमेंट जोन और बफर जोन से आने वाले लोगों को भी मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी|

IamgeSource

यहाँ आने वाले भक्तों को सरकार द्वारा जारी सुरक्षा नियमों का पालन करना होगा, मास्क पहनने के अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखना होगा| इसके अलावा 60 साल से ज्यादा वाले बुजुर्ग लोग, और 10 साल से छोटे बच्चों को दर्शन करने करने की अनुमति नहीं मिलेगी| किसी भी तरह की बीमारी और महामारी के लक्षण वाले लोगों को भी मंदिर से दूर रखा जाएगा, और दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को मंदिर क्षेत्र में एक दिन की ही रुकने की अनुमति मिलेगी, हाँ, अगर कोई विशेष परिस्थिति हुई तो ये अवधि बढ़ भी सकती है| भक्तों को मंदिर में दूर से ही दर्शन करने होंगे, और हार फूल चढ़ाने की भी अनुमति नहीं है|

ImageSource

हर साल श्रावण के महीने में ही इन चारों धामों के दर्शन शुरू किये जाते हैं, क्योंकि ये पवित्र महीना भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना के लिए विशेष महत्व वाला होता है|