ये विश्व का सबसे बड़ा निधि संग्रह अभियान है. इससे पहले आज तक कभी इस तरह कार्यक्रम दुनिया में आयोजित नहीं हुआ है. आखिरकार अयोध्या में बनने जा रहे भगवान श्रीराम के मंदिर का निर्माण जो हो रहा है. इस मंदिर को इस तरह बनाया जा रहा है, कि यह दुनिया में सबसे भव्य लगे, इसीलिए 15 जनवरी 2021 से विश्व हिन्दु परिषद और आरएसएस ने मिलकर देश के हर छोटे बड़े स्थान पर जाकर रामभक्तों से निदई संग्रह यानि दान लेना शुरू किया है. जिसकी शुरुआत राष्ट्रपति द्वारा दिए गए 5 लाख रुँपये के दान से की गई, और बड़ी बात ये है कि, पहले ही दिन करोड़ों का दान आ गया. इस अभियान के तहत अहमदाबाद के हीरा कारोबारी गोविंदभाई धोलकिया ने 11 करोड़ रुपये का चंदा दिया … इसके अलावा उत्तर प्रदेश के रायबरेली के रहने वाले सुरेंद्र सिंह ने एक करोड़ रुपये का चंदा दिया है. चंदा जुटाने का अभियान 27 फरवरी तक चलेगा. राम मंदिर निर्माण के लिए सूरत के व्यापारी गोविंदभाई धोलकिया ने 11 करोड़ रुपयों का समर्पन दान दिया है. यह पैसा मंदिर निर्माण के लिए इस्तेमाल होगा. 11 करोड़ रुपये के इस दान से आज से गुजरात में विश्व हिन्दु परिषद और आरएसएस राम मंदिर के लिए चंदा इकट्ठा करेंगे. हर कोई अपनी इच्छाशक्ति के अनुरूप चंदा दे सकता है.
इसके अलावा सूरत के महेश कबुतरवाला, जो भारत में केमिकल इन्डस्ट्रीज के लिए जाने जाते है, उन्होंने 5 करोड़ और लवजी बादशाह ने 1 करोड़ रुपए का दान दिया. साथ ही कोई ऐसे व्यापारी जिन्होंने 5 से लेकर 21 लाख रुपए का समर्पण दान दिया है. वहीं बीजेपी के गोरधन झडफिया और बीजेपी के कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र पटेल ने राम मंदिर के लिए 5-5 लाख रुपए का दान दिया है. अभी तो बस ये अभियान शुरू ही हुआ और आने वाली 27 फ़रवरी तक यूँ ही अनवरत चलता रहेगा. और देश और दुनिया के दानदाता बढ़ चढ़कर दान देंगे.