ये प्रभु श्रीराम के नाम की अलख है. ये निरंतरता है हर उस जीवन की जो राम नाम से शुरू होता है. अनंतकाल से भगवान राम हम सबके आदर्श रहे हैं. और सदियों से राम भक्त उनकी धरती पर उनका ही मंदिर बनाये जाने के लिए एक संघर्ष में लगे हुए थे. जब वो संघर्ष ख़तम हुआ तो फैसला रामभक्तों की भावनाओं की तरफ था. अब अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर बन रहा है. ये एक अभियान है, सम्पूर्ण मानवजाति के लिए, समस्त मानवता के लिए, प्रभु राम के दिखाए हुए आदर्शों पर राम राज्य की स्थापना का संकल्प लिया गया है. और अयोध्या के श्रीराम मंदिर को दुनिया का भव्य मंदिर बनाये जाने के लिए राम भक्त जी जान से जुटे हैं.
बीते साल प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने भूमिपूजन करके शुभारम्भ कर दिया, और अब इसी मकर संक्रांति पर मंदिर निर्माण के लिए निधि संग्रह का अभियान शुरू हुआ. जो आगामी 27 फरवरी तक चलता रहेगा. इसी बीच खबर आई है कि, जनवरी में शुरू किए गए इस अभियान के माध्यम से, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए अब तक 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई गई है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के सचिव चंपत राय जी का कहना है कि सभी समुदायों के लोगों ने उदारता और श्रद्धा से राम मंदिर के निर्माण के लिए दान दिया हैं.
चम्पत राय ने आगे बात करते हुए कहा, कि फ़िलहाल यह बताना मुश्किल है कि कितना दान मिला है, लेकिन लगभग एक हजार करोड़ के आसपास का दान आ चुका है. चंपत राय के अनुसार, 1 लाख 50 हजार टोलियां धन संग्रह अभियान में लगी हुई है. जैसे ही गणना खत्म होगी तब ही स्पष्ट होगा कि असल में कितनी धन राशि प्राप्त हुई है. बहरहाल ये सिलसिला अनवरत चल रहा है. और इस महीने के अंत में ये पता चल जायेगा कि, पूरी दुनिया से राम भक्तों ने अपने आराध्य के मंदिर के लिए कितना दान दिया है.