अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन संपन्न हो चुका है, हर जगह आज सिर्फ उसी की चर्चा रही, पूरी दुनियां के रामभक्त त्यौहार की तरह इस दिन को मना रहे थे. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों द्वारा जैसे ही शिलान्यास की विधि संपन्न हुई, वैसे ही रामभक्तों का पिछले लगभग पांच सौ सालों का संघर्ष ख़तम हो गया. अब अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनेगा, और दुनियाभर से हर जगह के लोग यहाँ आयेंगे. इस भूमिपूजन के लिए अयोध्या में पिछले कई दिनों से जोर शोर से तैयारियां चल रहीं थीं. और इसके लिए काशी से भी कुछ विद्वान् ब्राह्मण आये हुए थे. और आज की इस पूजा का कार्यक्रम 19 विद्वानों के समूह ने संपन्न करवाया. ये सब ब्राह्मण वेदों और शास्त्रों के ज्ञाता तो हैं ही, इसके अलावा वैदिक विधान से सभी कार्य करने में भी भी इनकी दक्षता है.ImageSource
ये एक बहुत बड़ा आयोजन था, दुनियांभर के विद्वानों की भी इसपे नज़र थी, इसलिए हर कार्य को सोच समझकर और कई लोगों से राय लेने के बाद किया गया. जिस अभिजीत मुहूर्त में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शिला राखी, वो भी अभिजीत मुहूर्त था, जो हर कार्य के करने के लिए बहुत शुभ योग माना जाता है. श्री राममंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट किसी भी मामले में कोई भी कमी नहीं रखना चाहता था, इसलिए बड़े बड़े विद्वानों से इसके लिए सलाह ली गई, मुहूर्त को भी मिलकर निकाला गया. और हर उम्र के विद्वान् इस समूह में शामिल थे, जिनकी अलग अलग विशेषता थी, कोई वैदिक विधि विधान में पारंगत, तो कोई ज्योतिष में निपुण, और पूजा पाठ और हवन के कार्यक्रम में तो सभी विद्वानों की श्रेष्ठता है.
बहरहाल भूमिपूजन हो चुका है, लोग बहुत खुश हैं, अयोध्या में अब राम मंदिर निर्माण का कार्य तेज़ी से शुरू हो जाएगा, और बहुत जल्द भक्त अपने आराध्य के दर्शन भव्य मंदिर में कर सकेंगे.