धरती ने अपने अंदर कई सारे रहस्यों को दबाया हुआ है। हालांकि धरती समय-समय पर ऐसी चीजें उगलती रहती हैं, जिससे हमें प्राचीन सभ्यता के बारे में जानकारी मिलती है। पड़ोसी देश नेपाल के धुलीखेल क्षेत्र में भी धरती से कुछ ऐसी ही ऐतिहासिक मूर्तियां मिली हैं। माना जा रहा है कि धरती से मिली मूर्तियां असल में किराट देवी की मूर्तियां हैं।
पुरात्तव विभाग का कहना है कि नेपाल में मिली किराट देवी की मूर्तियां लगभग 3800 साल पुरानी हैं। यह मूर्तियां जमीन से लगभग 300 मीटर की गहराई में मिली हैं। इन्हें नेपाल की सबसे पुरानी मूर्तियों में से एक बताया जा रहा है। मूर्तियां मिलने की खबर से लोग भी खासे उत्साहित हैं और मूर्तियों को देखने के लिए पहुंच रहे हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर भी मूर्तियों की तस्वीरें जमकर वायरल हो रही है।
स्थानीय पुरातत्वविद ने मूर्तियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि शुक्रवार को खुदाई के दौरान अति प्राचीन मूर्तियां बरामद हुई हैं। निर्माण कार्य के दौरान स्थानीय लोगों ने सबसे पहले इन मूर्तियों को देखा। सूचना मिलने के बाद पुरातत्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मूर्तियों को अपने कब्जे में ले लिया। उनका कहना है कि यह मूर्तियां आदिम काल की लग रही हैं। ये मूर्तियां प्रथम या द्वितीय ईसापूर्व की हो सकती हैं। मूर्तियां मिलने के बाद पुरातत्वविदों ने इन मूर्तियों के लिए म्यूजियम बनाए जाने व इलाके में और ज्यादा खुदाई कराने की मांग की है।
गौरतलब है कि कुछ दिनों नेपाल के ही धनुषधाम नगर निगम इलाके में दुर्लभ सुनहरे रंग का कछुआ मिला था। सुनहरे रंग का होने के कारण यह कछुआ चर्चा का विषय बन गया था। कछुए की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी। कई लोग कछुए को भगवान विष्णु का अवतार भी बता रहे हैं। नेपाल के लोगों का मानना है कि भगवान विष्णु ने पृथ्वी को बचाने के लिए कछुआ बनकर इस धरती पर कदम रखा है।