अयोध्या में भगवान राम के बैंक खातों में दान अभी भी आ रहा है. 5457 करोड़ रुपये की राशि अब तक प्रभु के लिए तीन बैंक खातों में जमा की जा चुकी है, जबकि 44 दिन के निधि संग्रह अभियान के दौरान एकत्र की गई दान की राशि की गणना की जा रही है.
एकत्र किये गए दान के नवीनतम आंकड़ों को जारी करते हुए, राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि अब तक 5457.94 करोड़ रुपये जमा किए हैं, जो भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक में जमा किए गए हैं.
महासचिव चंपत राय जी ने कहा कि “आए दान की गणना जब तक चलती रहेगी जब तक कि सभी चेक क्लीयर न हो जाएं और बैंक में जमा हुई राशि को भी गिना जाना अभी बाकी है. इसके अलावा, कई ऐसे भी लोग है जो अभी भी डिजिटल माध्यमों से दान दे रहे हैं. ऑडिट जारी है और अंतिम आंकड़ा भी आना बाकी है.”
धनुष सॉफ्टवेयर के मालिक स्वामी सत्यनारायण मूर्ति ने एक फुलप्रूफ सॉफ्टवेयर विकसित किया है, जिसकी सहायता से बिना किसी गलती के दान में आई हुई राशि की सही तरीके से गणना की जा सकती है.
ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि अब तक डिजिटल माध्यमों से 2253.97 करोड़ रुपये और 2753.97 करोड़ रुपये का दान प्राप्त हुआ है. अन्य स्रोतों के माध्यम से 450 करोड़ रुपये की राशि बैंक खातों से प्राप्त हुई है.
ट्रस्ट ने 15 जनवरी को निधि समृद्धि अभियान शुरू किया था जो 27 फरवरी को समाप्त हो गया था. देश भर के भक्तों को डिजिटल, चेक या कूपन के माध्यम से दान करने का विकल्प दिया गया था. ट्रस्ट ने राम भक्तों की सुविधा के लिए 10, 100 और 1000 रुपये के मूल्यवर्ग में कूपन जारी किया था.
कपून के माध्यम से इतनी राशि एकत्रित की गई
1000 कूपन के माध्यम से 225.46 करोड़ रुपये,
100 कूपन से 372.48 करोड़ रुपये और
10 कूपन से 30.99 करोड़ रुपये प्राप्त किए गए.
डोर टू डोर (Door to Door) अभियान कैश डोनेशन से 1625.04 करोड़ रुपये की राशि एकत्रित की गई.
अयोध्या में भव्य राम लला मंदिर के निर्माण के किये आई दान की राशि का सम्पूर्ण ब्यौरा इस प्रकार है:
लगभग 74 रामभक्तों ने 1 करोड़ या उससे अधिक राशि दान की.
127 भक्तों ने 50 लाख से अधिक दान किए,
123 भक्तों ने ने 25 से 50 लाख और
950 भक्तों ने 10 लाख से 25 लाख,
1428 भक्तों ने से 5 से 10 लाख और
31,663 राम भक्त ने 1 से 5 लाख की राशि दान की
जानकारी के अनुसार, ट्रस्ट ने 1500 करोड़ रुपये की कुल मंदिर परिसर लागत का लगभग चार गुना पहले ही एकत्र कर लिया था, लेकिन विदेशों में बसे रामभक्तों की और से वैश्विक निधि अभियान शुरू करने के लिए कहा गया है, ताकि वो भी प्रभु श्री राम के मंदिर निर्माण के लिए दान देकर सहयोग कर सकें.