वो चढ़ाई, जिसे हिमालयन माउंटेनियर भी दुनिया का सबसे खरनाक ट्रैक मानते हैं. जिस पर चढ़ने में अच्छे अच्छों के पसीने छूट जाते हैं. उसी कठिनतम ट्रैक पर 68 साल की एक बुजुर्ग महिला आशा अम्बाड़े ने चढ़ाई पूरी करके रिकॉर्ड कायम कर दिया है. नासिक से 60 किलोमीटर दूर हर्षगढ़ स्थित हरिहर किले तक पहुँचने का ये अद्भुत काम इस महिला ने संपन्न किया है. और बड़ी बात ये है कि, इस बुजुर्ग महिला के किले के टॉप पर पहुँचने का वीडिओ भी वायरल हो गया है. जिसे लोग बहुत पसंद कर रहे हैं.
इस महिला के साथ की गई इस चढ़ाई में उनके साथ उनके परिवार के अन्य सदस्य और उनका पोता भी शामिल हुआ. 80 डिग्री से ज्यादा की खड़ी चढ़ाई की इस चुनौती को 68 वर्षीय आशा अम्बाड़े ने जैसे ही पूरा किया, तो उनके साथ टॉप पर पहुंचे लोगों ने तालियों के साथ उनका स्वागत किया. टॉप पर पहुँचने के बाद आशा अम्बाड़े ने वहां बने हुए भोलेनाथ के मंदिर में दर्शन किये. और शिवाजी महाराज की जय का नारा भी लगाया.
जानकारी के अनुसार यह किला एक वर्टिकल पहाड़ी पर बना हुआ है. और इस पर चढ़ने के लिए बहुत छोटी छोटी सीढियां बनीं हैं. कहते हैं,सबसे पहले सन 1986 में इस पहाड़ी पर एक हिमालयन माउंटेनियर डग स्कॉट ने चढ़ाई की थी. इस चढ़ाई को पूरा करने में उन्हें 2 दिन का समय लगा था.
#aaji सलाम🙏🏽 pic.twitter.com/BuzNxpwjMb
— Ameya Khopkar (@MNSAmeyaKhopkar) October 8, 2020
ज़मीन से 170 मीटर की ऊंचाई पर बने हुए इस किले पर चढ़ने के लिए 117 सीढ़ियों से गुजरना होता है. इस पर चढ़ने के बाद आगे की सीढियां एक चट्टान से होकर अन्दर जातीं हैं. जो आपको किले के टॉप तक ले जातीं हैं. किले पे हनुमानजी और शिवजी के दो मंदिर भी बने हुए हैं. और यहाँ से आगे जाने पर 2 कमरों की एक छोटी सी जगह भी बनी हुई है. जहाँ 10 से 12 लोग रुक सकते हैं. मंदिर के पास एक छोटा सा तालाब भी है, जिसका पानी इतना साफ़ है कि, पिया जा सकता है.