हवाई यात्रा के लिए कोविड पासपोर्ट रखना होगा ज़रूरी

पिछले आठ महीनों में हम सब की दुनिया एकदम बदल गई है. भारत में लॉकडाउन 24 मार्च को लगा था. लॉकडाउन के दिन से अब तक कई लोगों ने अपनों को खो दिया है तो कई लोग अब भी कोरोना से जंग लड़ रहे हैं. और जो कोरोना के कहर से बचे हुए हैं उनके रहन सहन में तबदीली आ गई है. कोरोना वायरस की शुरूआत चीन के शहर ‘वुहान’ से हुई थी, जिसके बाद से अबतक पूरी दुनिया में हर चीज़ उलट पुलट हो गई है. हर दिन कोरोना के नए आंकड़े सामने आ रहे हैं. लॉकडाउन में ज्यादातर लोगों का काम बंद हो गया है. लगभग हर सेक्टर को भारी नुकसान पहुंचा है. पर सबसे ज्यादा घाटा अगर किसी क्षेत्र को हुआ है तो वो है “एविएशन सेक्टर”.

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इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) से जानकारी प्राप्त हुई है कि एविएशन सेक्टर को 31 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है.

इस दुनिया में ऐसी कोई समस्या नहीं जिसका समाधान न हो. ऐसे में एविएशन सेक्टर को और नुकसान न हो, इसलिए IATA ने एक प्लान बनाया है जिसका नाम कोविड पासपोर्ट रखा गया है. जानकारी के अनुसार IATA जल्द एक ऐप (APP) की शुरूआत करने जा रहा है, इसे ट्रैवल पास की तरह देखा जा रहा है. क्योंकि इस ऐप को कोरोना काल में बनाया जा रहा है इसलिए इसे कोविड पासपोर्ट नाम दिया जा रहा है. इस ऐप के जरिए यह पता लगेगा कि किस यात्री का कोरोना टेस्ट हुआ है और किस यात्री को वैक्सीन लगी है या नहीं लगी है.

जानकारी के अनुसार इस ऐप पर एक QR कोड होगा जिसे स्कैन करने के बाद यात्री की सारी डिटेल्स आ जाएंगी. इससे यह पता लगेगा कि वह व्यक्ति फिट है या नहीं. और फिर उसी के आधार पर यात्रा के लिए यात्री को अनुमति दी जाएगी. आपको बता दें कि इस तरह की गतिविधियां इसलिए हो रही है क्योंकि विदेशों से जो पैसेंजर भारत आ रहे हैं वे ज्यादातर कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं.ImageSource

पिछले महीने 9 नवंबर को एयर बबल एग्रीमेंट के तहत इंटरनेशनल उड़ान की शुरूआत की गई थी, इस एग्रीमेंट के जरिए लोग भारत से ओमान और ओमान से भारत में आ जा सकते हैं. शुरूआती समय में ओमान से जो यात्री भारत आए वे ज्यादातर पॉजिटिव मिले, और इसी कारण से सीटों की संख्या 10 हजार से घटाकर 5 हजार कर दी गई. ऐसा ही वाक़या हॉंगकॉंग से आए यात्रियों में भी देखा गया. और इसलिए हॉंगकॉंग से आनेवाली और जानेवाली एयर इंडिया की फ्लाईट को 3 दिसंबर तक रोक दिया गया है.

तो ऐसे में सवाल मन में आता है कि क्या विदेशों में सफर करना मुश्किल हो जाएगा?
कहा जा रहा है कि कोविड पासपोर्ट जिस यात्री के पास होगा उसे ही यात्रा करने की अनुमति मिलेगी. इस तरह WHO की गाईडलाइन जैसे सोशल डिस्टेंसिंग आदि का पालन किया जा सकेगा. जानकारी के अनुसार “कुछ फ्लाइट में इन-बिल्ट एयर फिल्ट्रेशन और वेंटिलेशन सिस्टम होता है, और यह वायरस को फैलने नहीं देता और विमान के अंदर की हवा को स्वच्छ रखता है. ऐसे में कोविड पासपोर्ट कई परेशानियों का हल हो सकता है.