सालभर से ज्यादा समय हो गया है जब हर कोई कोरोना वायरस से तंग आ चुका है. हर देश के वैज्ञानिक इस वायरस को जड़ से खत्म करने में लगे हुए हैं. बीते कई दिनों से पूरी दुनिया कोरोना वायरस की वजह से संघर्ष कर रही है. हमारे देश की अगर बात करें तो अब तक देश में कोविड की वजह से दो लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. पिछले साल से अब तक यह वायरस केवल इंसानों में ही पाया जा रहा था, पर अब ये वायरस जानवरों में भी फैलने लगा है. जानकारी के अनुसार हैदराबाद के नेहरू जूलॉजिकल पार्क (NZP) में आठ एशियाई शेर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. पता चला है, कि पिछले महीने इन शेरों का RT-PCR टेस्ट करवाया गया था, उस रिपोर्ट में ये संक्रमित पाए गए थे. इस वजह से देशभर के चिड़ियाघर और नेशनल पार्क्स को भी बंद कर दिया गया है.
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एक चिकित्सक ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि “अब हम उनके मल के नमूनों का परीक्षण करने के लिए एक विधि विकसित कर रहे हैं. यह विधि भविष्य में उपयोगी होगी क्योंकि हर बार जंगली जानवरों से लार के नमूने एकत्र करना संभव नहीं होता .” आगे बात करते हुए उन्होंने बताया, कि चिड़ियाघर में ये जानवर यहां के कर्मचारियों से संक्रमित हुए होंगे.
चिड़ियाघर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वे जानवरों के नमूनों को समय-समय पर सेंटर फॉर सेलुलर एंड मॉलेक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) को विश्लेषण के लिए भेजते रहते हैं. CCMB ने नेहरू जूलॉजिकल पार्क के अधिकारियों को जानकारी दी कि शेर कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. एनजेडपी के चिकित्सक ने बताया है, कि इस तरह का मामला पिछले साल अप्रैल महीने में न्यूयॉर्क के ब्रॉनोक्स जू में पाया गया था, जहां आठ बाघ कोविड से संक्रमित हुए थे. वाइल्डलाइफ रिसर्च एंड ट्रेनिंग सेंटर के डायरेक्टर ने जानकारी दी है कि ब्रॉनोक्स के बाद हॉन्ग-कॉन्ग में कुत्तों और बिल्लियां भी कोरोना से संक्रमित पाए गए थे. पर इस तरह की घटना भारत देश में पहली बार हुई है.
जानकारी के अनुसार जब डॉक्टर अपने रूटीन वॉक पर थे तब उनकी नजर अचानक शेरों पर पड़ी जिसमें उन्होंने देखा कि 8 शेर खाना नहीं खा रहे हैं और उनकी नाक से पानी बह रहा है और उन्हें कफ भी हो रहा है. तब डॉक्टर ने अपनी टीम के साथ शेरों के स्वैब सैंपल्स लिए और फिर जांच के लिए भेजा. अब इन सभी शेरों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और अब उन्हेंआइसोलेट भी कर दिया गया है.
जानकारी के अनुसार यह ख़बर मिली है कि शेर को संक्रमण किसी गंभीर वेरिएंट की वजह से नहीं हुआ था. वहीं वैज्ञानिक यह भी पता लगा रहे हैं, कि क्या इंसान से जानवर या जानवर से किसी और को भी इस तरह का वायरस फैल सकता है?
फिलहाल हम तो बस आप सबसे यही रिक्वेस्ट करते हैं कि घर में रहें और यदि किसी काम से बाहर जाना भी पढ़े तो कोविड19 के सारे नियमों का पालन ज़रूर करें.