शहतूत के आश्चर्यजनक फायदे, विटामिन्स का भंडार है ये पेड़ और इसका फल

शहतूत का पेड़ लगभग पूरे भारत में पाया जाता है। इसके फल खाने में स्वादिष्ट होते हैं। शहतूत के फल को अपने अलग स्वाद के लिए पहचाना जाता है। हम सभी शहतूत के फल को इसके मीठे स्वाद का आनंद लेने के लिए खाते हैं। लेकिन ही कम ही लोगों को इसके फायदों के बारे में पता होता है। शहतूत का जड़ी-बूटी के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसमें विटामिन-ए, कैल्शियम, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जिससे हमारे शरीर को लाभ मिलता है। इसका वानस्पतिक नाम मोरस अल्बा है।

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शहतूत का सेवन करने से हमारे शरीर को पर्याप्त पोषण मिलता है। शहतूत के पेड़ की छाल से बना काढ़ा पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं। शहतूत के फल से बना रस पीने से या फिर उसका सेवन करने से पेट में जलन होने की समस्या से छुटकारा मिलता है। साथ ही पाचन तंत्र भी ठीक रहता है। शहतूत में विटामिन होता है जो हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। शहतूत का सेवन करने से रक्तचाप नियंत्रित रहता है। इससे दिल के दौरे जैसी बीमारी की संभावना कम हो जाती है। शहतूत के रस का सेवन करने से गला साफ़ होता है और गले से जुड़े रोगों से छुटकारा मिलता है।

गर्मियों के मौसम में रोजाना शहतूत का सेवन करने से लू नहीं लगती है। मुंह के छाले होने पर शहतूत के रस को पानी में मिलाकर उससे कुल्ला करने से छाले ठीक हो जाते हैं। इसके अलावा शहतूत के फलों को पीसकर उसे आटे मिला ले और उस आटे की रोटी बनाकर खा ले। ऐसा करने से शरीर स्वस्थ बनता है और शारीरिक कमजोरी दूर होती है। त्वचा और बालों के लिए भी शहतूत काफी फायदेमंद है। शहतूत के पत्तों से बना लेप लगाने से त्वचा की बीमारियां दूर होती है। शहतूत में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स बालों को पोषण प्रदान करते हैं। इससे बाल झड़ने की समस्या कम होती है और बाल चमकदार बनते हैं।

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इन सब फायदों के बीच शहतूत के कुछ नुकसान भी है। लिवर की समस्या से जूझ रहे रोगी को शहतूत का सेवन करने से बचना चाहिए। साथ ही किसी बीमारी का इलाज करने के लिए शहतूत का सेवन करने से पहले एक बार चिकित्सक की सलाह जरूर लेना चाहिए।