कमाल है बुजुर्गों की इच्छाशक्ति, 99 साल की उम्र में दी कोरोना को मात

इस समय पूरी दुनिया कोरोना से बहुत परेशान है ऐसे में हम सब को परिवार के साथ साथ खुद का भी बहुत अच्छे से ध्यान रखना है. यानी हम सब के लिए एक मंत्र है कि हम खुद का ध्यान रखें इससे सामने वाला आपकी वजह से बीमार नहीं होगा. इस नकारात्मक माहौल में हम इस आर्टिकल के जरिए एक सकारात्मक कहानी बता रहे हैं. उम्मीद है आपका हौसला बढ़ेगा. कहते हैं कि, पुराने समय में इंसान शुद्ध और प्राकृतिक चीज़ों का ज़्यादा सेवन करता था, इसीलिए इन्हें बहुत कम बीमारियाँ होती थीं, और उनकी इच्छाशक्ति भी कमाल की होती है. ऐसी ही एक कहानी है अजमेर के रहने वाले पंडित जगदीशचंद्र की जो 99 साल के हैं, जिन्होंने हाल ही में कोरोना को मात दी है. जिनको भी कोरोना हो रहा है उन्हें परेशान होने की ज़रूरत नहीं है बस कोरोना की गाइड लाइन का पालन करें जैसे जगदीशचंद्र जी ने किया है.

जगदीशचन्द्र ने एक अखबार को बताया कि 21 अप्रैल को उनका सैंपल लिया गया था जिससे यह पता चल सके कि कोरोना है या नहीं. सैंपल वाले दिन से ही वे घर पर ही क्वारंटाइन हो गए थे. उनके अनुसार, उन्होंने मुंह पर मास्क लगाए रखा, समय पर दवा ली, और सबसे अहम बात कोरोना गाइड लाइन का पालन किया. साथ ही गर्म पानी व हल्दी वाले दूध के साथ-साथ गायत्री मंत्र का जाप किया और जब दोबारा जांच हुई तो उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई. यानी वे स्वस्थ हो गए.

पंडित जी बताते हैं कि कोरोना की गिरफ्त में होने के बावजूद वे घबराए नहीं, अपने आप पर और भगवान पर विश्वास रखा, जिसके चलते वे स्वस्थ हो गए. आगे वे बताते हैं कि 70 साल उन्होंने किसानी की है. 8 साल से वे गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय और तक्षक मृत्युंजय का नित्य घंटों तक जाप कर रहे हैं. वे कहते हैं क्योंकि वे इन मंत्रों का जाप करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त में उठते थे इसी कारण वे स्वस्थ हैं और बीमार पड़ने पर जल्दी स्वस्थ हो जाते हैं.