अभी कुछ दिन पहले ही अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन संपन्न हुआ है. और अब मंदिर के निर्माण कार्य में भी तेज़ी आ जाएगी. और इसके साथ ही अयोध्या को दुनिया के बेहतरीन शहरों की तरह विकसित करने की तैयारी भी चल रही है.
यहाँ तक कि, देश के नामी गिरामी उधोगपति घराने भी अयोध्या में निवेश करने के लिए तैयार हैं. इसके लिए कई कॉर्पोरेट घराने खुद ही सरकार के समक्ष अपनी इच्छा व्यक्त कर चुके हैं कि, वो भी अयोध्या के विकास का हिस्सा बनना चाहते हैं. अयोध्या के डीएम अनुज कुमार झा के अनुसार बहुत सारे कॉर्पोरेट ग्रुप सरकार से केवल भूमि लेना चाहते हैं, और उसके बाद उसे विकसित करने से लेकर दूसरे सभी काम ये ग्रुप खुद ही करेंगे.
कुछ उधोगपति घराने स्वामीनारायण जन्मस्थली छपिया से लेकर उनकी रमण भूमि अयोध्या तक 35 किलोमीटर लम्बा कोरिडोर बनाने की अनुमति चाहते हैं. और इस पूरे कोरिडोर के किनारे पर फाइव स्टार होटल्स, रेजिडेंशियल कॉलोनी, पार्क, प्लाजा और आध्यात्मिक केंद्र का निर्माण करने के इच्छुक हैं.
बहुत जल्द अयोध्या में लगभग 326 करोड़ रुपये की नई परियोजनाएं शुरू की जायेंगी. जिनके अंतर्गत अयोध्या को देश के भव्य शहर बनांये जाने का पूरा मैप तैयार है. अब श्रीराम के नगर को पर्यटन नगरी के रूप में विकसित किया जाएगा. क्योंकि मंदिर निर्माण के बाद इन सभी विकास कार्यों के लिए इतना समय नहीं मलेगा, इसीलिए मंदिर के साथ ही अयोध्या के विकास का काम भी चलता रहेगा. और इस शहर को इस तरह का बनाया जायेगा कि, एक साथ कई श्रद्धालु यहाँ ठहर सकें.
अयोध्या के विकास के क्रम में, सड़कें, विश्राम गृह, होटल, पार्क जैसे महत्वपूर्ण निर्माण कार्य होंगे. इसके आलावा मंदिर और उसके आस पास के क्षेत्र का भी विस्तार किया जाएगा. क्योंकि सबसे ज्यादा श्रद्धालु वहीँ जमा होंगे.