30 साल में खोदी 3 किलोमीटर लम्बी नहर, आनंद महिंद्रा ने कहा ये किसी ताजमहल से कम नहीं

ये भारत वर्ष है, वो देश जहाँ की आबो हवा में जुनून बहता है. इस मिट्टी में जो पैदा होते हैं, वो दुनिया जीतने का जज्बा रखते हैं. इसी देश में प्रभु श्रीराम की सेना ने समुद्र पर सेतु बना दिया था. इसी देश में अपनी पत्नी की मौत से व्यथित होकर दशरथ मांझी ने 22 साल में विशाल पहाड़ काटकर रास्ता बना दिया था. और अब फिर से हमारे इसी देश की मिट्टी में और एक महान कार्य संपन्न हुआ है.

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बिहार की धरती पर जन्म लेने वाले एक किसान लुंगी भुइयां ने अपने खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए 3 किलोमीटर लम्बी नहर तैयार कर ली है. इस नहर को खोदने में लुंगी भुइंयाँ को पूरे 30 साल लग गए. और कहाँ मिलेगा ऐसा ज़ज्बा. अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा कोई अपने जूनून में निकाल दे. और ये तय कर ले कि, उसे अपना ही नहीं आस पास के और कई गांवों में रहने वाले लोगों का भी मुकद्दर बदलना है. लुंगी भुइयां ने यही कर दिखाया है. उन्होंने गया के लहथुआ क्षेत्र में अपने गांव कोठीलावा के पास की पहाड़ियों से नीचे आने वाले वर्षा के जल को जमा करने के लिए 3 किलोमीटर लंबी नहर खोदकर लोगों का ध्यान आकर्षित किया. और उनके इस महानतम कार्य से प्रभावित होकर महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने उन्हें इनाम देने की घोषणा करते हुए महिंद्रा ट्रैक्टर इनाम में दिया है.

 

आनंद महिंद्रा ने लुंगी भुइयां की मदद करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया. किसान के लिए मदद की मांग करते हुए एक ट्वीट के जवाब में आनंद महिंद्रा ने लिखा, “जैसा कि आप जानते हैं, मैंने ट्वीट किया था कि मुझे लगता है कि उनकी नहर ताज या पिरामिडों के समान प्रभावशाली है. और हम इसे एक सम्मान मानते हुए उन्हें ट्रैक्टर भेंट करना चाहते हैं. और उसके बाद आनंद महिंद्रा की टीम ने लुंगी भुइयां को ट्रेक्टर इनाम में दिया है.