पूरी दुनिया में आज भारत की धाक है. उपलब्धियों की एक से बढ़कर एक कहानी हर दिन इस देश में देखने के लिए मिलती हैं. बीते 3 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बड़ी सुरंग का उदघाटन किया है. सबसे बड़ी बात ये है कि, ये सुरंग सिर्फ बड़ी ही नहीं बल्कि दुनिया में सबसे बड़ी है. मनाली से लेह को जोड़ने वाली इस सुरंग को बनाने के लिए 6 साल का समय निर्धारित किया गया था, लेकिन इसे बनने में लगे पूरे 10 साल. 10000 फीट से भी ज्यादा लम्बी इस सुरंग की वजह से मनाली और लेह के बेच की दूरी 46 किलोमीटर कम हो गई है. दुनिया की सबसे लम्बी इस हाईवे टनल में सीसीटीवी कैमरे भी लगाये हैं. और हर 200 मीटर की दूरी पर फायर हाइड्रेंट की व्यवस्था की गई है.
इस सुरंग के अन्दर सुरक्षा के सभी इंतजाम किये गए हैं. हर 500 मीटर की दूरी पर इमरजेंसी एग्जिट बनाया गया है. ताकि कभी भी कोई इसमें फंस जाए तो आसानी से बाहर निकल सके. माइनस 30 डिग्री के तापमान वाले इस क्षेत्र में इस सुरंग को बनाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था.
इसे बनाने के लिए गर्मियों में यहाँ हर दिन पांच मीटर तक खुदाई होती थी. और सर्दियों में ये खुदाई आधा मीटर तक ही हो पाती थी. ये टनल इसनी बड़ी है एक बार में इसके अन्दर से 3000 कारें और 1500 ट्रक एक साथ निकल सकते हैं. इस पूरे प्रोजेक्ट पर लगभग 3200 करोड़ रुपये का खर्चा आया है. इसका डिजाईन DRDO द्वारा बनाया गया, और इसके लिए अति आधुनिक ऑस्ट्रेलियन टनलिंग मेथड का इस्तेमाल किया गया. ये टनल बनाने का मुख्य उद्येश्य सेना के लिए होगा. क्योंकि सर्दियों की वजह से लद्दाख में तैनात सैनिकों तक सामान पहुँचाना मुश्किल हो जाता था. लेकिन ये टनल बनने से अब आसानी से सैनिकों तक सामान पहुँच सकता है.