भव्य श्रीराम मंदिर की आधारशिला रखे जाने और प्रधानमंत्री मोदी के अयोध्या दौरे से पहले भगवान राम की इस नगरी में तैयारियाँ चरम पर हैं। जिसे देखकर अयोध्या के लोगों के साथ ही पूरा देश उत्साहित है। श्रीराम जन्मभूमि पूजन की तैयारियों में कोई कमी न रहे इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों की टीम दिन-रात काम में जुटी हुई है।
जानकारी के अनुसार भूमिपूजन के दिन 1.11 लाख लड्डू बाँटे जाएँगे, यही नहीं श्रीराम जन्मभूमि पूजन से पहले पूरी अयोध्या को पीले रंग में रंगा जा रहा है। अयोध्या को पीले रंग में रंगे जाने के पीछे एक बड़ा कारण है। धार्मिक मान्यता है, कि पीला रंग बहुत शुभ होता है। दरअसल ज्योतिषीय मान्यता है कि पीला रंग बृहस्पति ग्रह का रंग है। यह रंग गर्म स्वभाव का माना जाता है, जो ऊर्जा पैदा करता है।
साथ ही यह रंग जीवन में शुभता लाता है, नकारात्मक विचारों को दूर करके मन में उत्साह का प्रवाह भी करता है। इस रंग के प्रयोग से ज्ञान प्राप्ति सरलता से होती है, वहीं मन से कुविचार दूर होकर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। यही वजह है कि अध्ययन व पूजा स्थल पर पीले रंग का उपयोग किया जाता है। बसंत ऋतु में जब खेत पीली सरसों की चादर ओढ़ लेते हैं, एक अलग ही छटा बिखरती है और असीम सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होता है। इन्हीं दिनों बसंत पंचमी पर जब विद्या की देवी माँ सरस्वती का पूजन किया जाता है, तब भी पीला रंग पहना जाता है।
ऐसे में जब अयोध्या में श्रीराम मंदिर की आधारशिला प्रधानमंत्री द्वारा रखी जा रही है, अयोध्या में भी हर कार्य शुभ हो और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे इसके लिए अयोध्या को पीले रंग में रंगा जा रहा है।
स्थानीय लोग भी अयोध्या के इस नए रंग मे रंगे जाने को लेकर काफी उत्साहित हैं, और इस बात से सहमति रखते हैं, कि अयोध्या में चल रही तैयारियों से संतुष्ट हैं। श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए सैकड़ों सालों से श्रीराम भक्त संघर्ष कर रहे थे, जो प्रधानमंत्री मोदी के शासन में आकर पूरा हुआ है।