भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या अब नए युग में प्रवेश करने जा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के भूमि पूजन के साथ ही अब अयोध्या का वैभव भी लौटने लगा है। अयोध्या वासियों को उम्मीद है कि जैसे-जैसे भगवान श्रीराम का मंदिर बनता जाएगा, वैसे-वैसे अयोध्या भी निखर कर सामने आएगी। अयोध्या में रह रहे लोगों की बदहाली का अंत होगा और नगर में एक बार फिर से रामराज लौटेगा। प्रभु श्रीराम जब अपने भव्य में मंदिर में विराजेंगे तो अयोध्या में खुशहाली छा जाएगी
वैसे अयोध्या में प्रभु श्रीराम का मंदिर बनने से पहले ही भविष्य की अयोध्या की झलक दिखने लगी है। श्रीराम मंदिर निर्माण अयोध्या के पुनर्स्थापना का कारक बनने जा रहा हैं। पिछले पांच सालों में अयोध्या आने वाले पर्यटकों की संख्या में पांच गुना इजाफा हो चुका हैं। साथ ही उम्मीद की जा रही है कि मंदिर बनने के बाद हर साल लगभग साढ़े तीन करोड़ पर्यटक अपने प्रभु श्रीराम के दर्शन करने के लिए अयोध्या आएंगे। अयोध्या वासियों को उम्मीद है कि जब इतनी बड़ी संख्या में पर्यटक अयोध्या नगरी में आएंगे तो यहां के लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। अयोध्या देश में धार्मिक पर्यटन के एक बड़े केंद्र के रूप में उभरकर सामने आएगा।
दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश की सरकार ने भी अयोध्या का कायाकल्प करने और सांस्कृतिक नगरी के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार कर लिया है। अयोध्या में भगवान श्री राम के नाम से एयरपोर्ट बनाया जाएगा ताकि पर्यटक हवाई यात्रा से प्रभु श्रीराम के दर्शन करने के लिए आ सके। साथ ही अयोध्या में हाईटेक रेलवे स्टेशन भी बनाया जाएगा। भगवान श्री राम के मंदिर के चारो तरफ 360 डिग्री थियेटर बनेगा। यहां भगवान राम पर बनी डॉक्यूमेंट्री, म्यूजियम, फोटो गैलरी, पूजा के लिए हॉल, एक बड़ा फूड कोर्ट होगा। इसके अलावा अयोध्या में नए होटल, रिसॉर्ट, पुल, हाईवे मार्ग, रेलवे ओवरब्रिज सहित अन्य सुविधाओं को विकसित किया जाएगा।
राम मंदिर निर्माण से अयोध्या के विकास को लेकर आंजनेय सेवा संस्थान के अध्यक्ष महंत शशिकांत दास का कहना हैं कि अब अयोध्या का नए सिरे से राज्याभिषेक होगा। जल्द ही अयोध्या राममंदिर निर्माण के साथ ही पूरे विश्व का मार्गदर्शन करने का काम करेगी।