आयुर्वेद है वरदान, इसमें है हर बीमारी का निदान

पूरी दुनिया इस समय कोरोना की महामारी से जूझ रही है, और भारत में इसका असर कुछ ज्यादा ही देखा गया है. ऐसे में यदि हम अपने प्राचीन विज्ञान यानि आयुर्वेद को अपनाएँ और जीवनशैली को थोड़ा दुरुस्त कर लें तो हमारी रोगप्रतिरोधक शक्ति बहुत अच्छी हो सकती है.

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आयुर्वेद का इतिहास एक समृद्ध अतीत से भरा हुआ है. भारत में आयुर्वेद का मूल धर्म, हिंदू धर्म जितना पुराना है. आयुर्वेद का जिक्र वेदों में भी किया गया है. आयुर्वेद, अथर्ववेद से जुड़ा एक उप खंड था और इसे ऋग्वेद के उपवेद के रूप में माना जाता है. पांच हजार वर्षों से भी अधिक पुराना होने के बावजूद आयुर्वेद आधुनिक जीवन में उतना ही प्रासंगिक हैं जितना उस समय हुआ करता था. आयुर्वेद में बीमारियों और चोटों से सुरक्षा और स्वस्थ जीवन जीने के सभी रहस्यों और तरीकों का वर्णन किया गया है. आयुर्वेद में स्वास्थ्य संबंधी हर समस्या का इलाज मौजूद है, जो समस्या से राहत ही नहीं देता बल्कि समस्या को जड़ से समाप्त करता है. आयुर्वेद में कई जड़ी-बूटियों के बारे में बताया गया है जिनका सेवन करने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निजात मिलता है.

आयुर्वेदिक दृष्टि से देखें तो कपूर कटु, तिक्त, मधुर और तीक्ष्ण स्वभाव का होता है. यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाता है. कपूर का तेल से खांसी, हिचकी, लिवर की दिक्कतों और दांत के दर्द का इलाज किया जाता है. यह आंखों और त्वचा संबंधी रोगों से राहत दिलाता है.

पुदीने का सेवन करने से हमारा रक्त साफ़ होता है. साथ ही सिरदर्द और गला ख़राब होने पर भी पुदीने का सेवन अच्छा होता है. इसकी तासीर गर्म होने के कारण पुदीना शरीर से पसीना निकालकर बुखार को दूर करता है.

हल्दी का इस्तेमाल आमतौर पर हिंदुस्तान के हर घर में होता है. हल्दी औषधीय गुणों से भरपूर है. हल्दी में जोड़ों के दर्द, पाचन विकार, दिल और लिवर की बीमारियों को दूर करने में मदद करती है. हल्दी वाले दूध का सेवन करने से शुगर लेवल और शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी कम होती है.

दालचीनी का सेवन करने से दर्द से राहत मिलती है. यह सांस संबंधी समस्या को दूर करके ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है. दालचीनी के सेवन से सर्दी-जुकाम, गले की सुजन से राहत मिलती है.

मेहंदी सिर्फ हाथों की शोभा ही नहीं बढ़ाती बल्कि इसके पत्ते शरीर के लिए काफी लाभदायक होते हैं. मेंहदी के पत्तों को पीसकर पैरों के तलवों पर लगाने से हाई ब्लड प्रेशर से आराम मिलता है. साथ ही चोट लगने या जल जाने पर भी मेंहदी के पत्तों को पीसकर लगाने से राहत मिलती है. मेहंदी की पत्तियां बुखार, हैमरेज और मासिक दर्द से भी राहत दिलाती हैं.

गुलाब का उपयोग करने से दिल, दिमाग और आमाश्य की शक्ति में वृद्धि होती है. इसकी पत्तियां का सेवन करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और ब्लड प्रेशर कम होता है. साथ ही तनाव, मासिक पीड़ा, अपच और अनिद्रा से राहत मिलती है.

साधारण घास की तरह दिखने वाली लेमन ग्रास शरीर के लिए काफी फायदेमंद है. लेमन ग्रास का चाय में इस्तेमाल करने से बुखार, कफ और सर्दी में फायदा करता है. यह जोड़ों के दर्द, सिर दर्द और मांसपेशियों के दर्द से राहत पहुंचती है.

इसबगोल की सब्जी को कब्ज का अचूक इलाज माना जाता है. इसमें मौजूद फाइबर कब्ज ठीक करने का अच्छा उपाय है. इसबगोल को पीसकर जोड़ों पर लगाने से जोड़ों के दर्द से भी आराम मिलता है.