रामायण धारावाहिक भारतीय टेलीविजन पर प्रसारित हुए ऐतिहासिक धारावाहिकों में से एक है, और इसने अपने दोनों बार के प्रसारण में जो रिकॉर्ड कायम कर दिए, वो आज तक के इतिहास में किसी भी टेलीविज़न धारावाहिक के नाम नहीं है. दोनों ही बार इसका प्रसारण दूरदर्शन पर हुआ, एक बार 1986 -87 में, और एक बार 2020 में, और दोनों ही बार इसे देखने के लिए लोगों ने सारे काम छोड़ दिए, 33 साल पहले इस धारावाहिक को देखने के लिए कभी गलियां सूनसान हो जाया करती थीं, और इस बार भी लॉकडाउन का माहौल था. इस धारावाहिक के बनने के दौरान के कई किस्से भी बड़े दिलचस्प हैं.ImageSource
दूसरी बार जब इसका प्रसारण हुआ, उससे पहले इसके मुख्य किरदार कपिल शर्मा के शो पर आये थे, और कपिल शर्मा से बातचीत के दौरान सीता का किरदार निभा चुकीं दीपिका चिखलिया ने इस धारावाहिक के लिए अपनी कास्टिंग की कहानी बताई, उन्होंने कहा कि वह रामानंद सागरजी के शो विक्रम बेताल का हिस्सा रह चुकी थीं और उसी दौरान एक दिन मुझे रामानंद सागरजी का फोन आया कि, तुम आ जाओ, सीता के रोल के लिए तुम्हारा स्क्रीन टेस्ट करना है, मैंने कहा कि, मैं आपके ही शो विक्रम बेताल और दादा दादी की कहानियां में काम कर रही हूं और अभी भी आप टेस्ट करना चाहते हैं? मैं तो राजकुमारी का ही किरदार करती रहती हूं. मैं पूरे वक्त मुकुट वैगरह पहन कर सेट पर घूमती रहती थी.”
दीपिका ने बताया कि उन्हें कहा गया था कि सीता ऐसी होनी चाहिए कि जब वो स्क्रीन पर आए तो बताना नहीं पड़े. लोग खुद ब खुद समझ जाएँ कि, यही सीता है. दीपिका ने कहा कि उनके 4-5 स्क्रीन टेस्ट हुए और आखिरकार तब जाकर सीता के किरदार के लिए उनका चयन हुआ, और फिर इस धारावाहिक ने उनकी जिंदगी बदल दी.