ये तो सबको पता है अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन 5 अगस्त को हो चुका है. इसके साथ ही अब मंदिर निर्माण की गतिविधियाँ काफी तेज़ हो गईं हैं. दुनियां भर के रामभक्त अपने आराध्य के इस भव्य मंदिर के लिए दिल खोलकर दान कर रहे हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इसके लिए अपने ट्विटर हैंडल से बैंक अकाउंट की जानकारी साझा की है. जिसके अंतर्गत श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से बताया गया है कि, भगवान श्रीराम की पावन जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण हेतु आप श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के बैंक अकाउंट में दान कर सकते हैं.
जय श्री राम!
प्रभु श्रीराम की पावन जन्मभूमि पर उनके भव्य और दिव्य मन्दिर के निर्माण का कार्य माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा भूमिपूजन पश्चात प्रारम्भ हो गया है।
श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र सभी श्रीराम भक्तों का आह्वान करता है कि मन्दिर निर्माण हेतु यथाशक्ति व यथासंभव दान करें। pic.twitter.com/Y7oTmuPOiL
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) August 12, 2020
बैंक अकाउंट की जानकारी:
UPI: shriramjanmbhoomi@sbi
आप QR कोड स्कैन करके भी दान कर सकते हैं.
Fund Transfer / NEFT / RTGS / IMPS / Quick Pay
एकाउंट नाम : Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra
सेविंग एकाउंट : 39161495808
करंट एकाउंट : 39161498809
IFSC कोड : SBIN0002510
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, अयोध्या (02510) शाखा
अकाउंट की इस जानकारी के ये भी बताया गया है कि, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को दिया गया दान आयकर क़ानून की धारा 80G(2) (b) के अंतर्गत कर मुक्त होगा.
श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए वैसे भी देश विदेश से दान देने वाले राम भक्तों का की कतार लग गई है. अब सब यही चाहते हैं कि, जल्द से जल्द ये मंदिर बनकर तैयार हो जाये.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के बैंक खातों की जानकारी तथा दान करने की प्रक्रिया का विवरण निम्नानुसार है।
Details of the bank accounts of Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra and various ways of donation are mentioned below.
जय श्री राम!
Jai Shri Ram! pic.twitter.com/6MrVfKMft4— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) August 12, 2020
उम्मीद है कि, मंदिर निर्माण के कार्य में बहुत जल्द तेज़ी आ जाएगी. अब जो राम मंदिर बनेगा, वो अद्भुत होगा, पूरी दुनियां में रामजी का सबसे बड़ा दरबार होगा. और इसके लिए पहले से बने मंदिर के नक़्शे में भी बदलाव किया गया है. पहले इसमें सिर्फ तीन गुम्बद थे, लेकिन अब पांच होंगे, और इसकी ऊंचाई भी अब पहले से ज्यादा हुई है, तो अब ये मंदिर तीन मंजिला होगा. जितना आलौकिक ये नक़्शे में लग रहा है, जब बनकर तैयार होगा, तो उससे भी ज्यादा भव्य और दिव्य होगा.