इंसान के शरीर में एक मशीन होती है, जो कभी नहीं रूकती, लगातार चलती रहती है. और वो है दिमाग नाम की मशीन. दिन भर और रात में भी, और दिन में दिमाग में जो विचार चलते हैं, उसी से मिलती जुलती कहानियां ख्वाब में चलती हैं. कहते हैं, विचार कभी नहीं रुकते, वो लगातार आते रहते हैं, एक के पीछे एक, ये श्रंखला है, जिसका टूटना ज़रूरी होता है, तभी दिमाग को आराम मिलता है. इसलिए दिमाग की मशीन को शांत करने का एक ही तरीका है, और वो है ध्यान. जिन लोगों का मन अशांत रहता है, नकारात्मक विचार बने रहते हैं.
अशांत दिमाग से छात्रों का मन पढ़ाई में नहीं लग पाता है. पढ़ा हुआ याद रहे, इसके लिए जरूरी है एकाग्रता. कभी कभी घर में वास्तु दोषों की वजह से ये समस्याएं हो सकती हैं. यहां जानिए कुछ ऐसी टिप्स, जिन्हें अपनाने से सकारात्मक फल मिल सकते हैं…
रोज सुबह जल्दी उठने की आदत बनानी चाहिए. जल्दी उठें और कुछ देर मेडिटेशन जरूर करें. अपने इष्टदेव के मंत्रों का जाप भी कर सकते हैं. मेडिटेशन और मंत्र जाप करने से नकारात्मक विचार खत्म होते हैं और सकारात्मकता बढ़ती है.
इसके अलावा घर में टूटी हुई चीज़ें, खराब इलेक्ट्रोनिक सामान, बंद घडी ये सब भी नहीं रखना चाहिए, इससे हर में नकारात्मक माहौल बनता है. जिन चीज़ों की आवश्यकता नहीं है, उनसे मोह नहीं करना चाहिए.
छात्रों के लिए घर में पश्चिम या दक्षिण दिशा में स्टडी रूम होना बहुत शुभ माना जाता है. वास्तु के मुताबिक स्टडी रूम का रंग हल्का हरा या इससे मिलता–जुलता हो तो अच्छा रहता है, क्योंकि ये बुध का रंग है. बुध ग्रह शिक्षा और बुद्धि का कारक ग्रह है. ध्यान रखें स्टडी रूम में किताबें कभी भी इधर–उधर फैली हुई नहीं होनी चाहिए. स्टडी टेबल पर खाने की चीजें रखने से भी बचना चाहिए.