रामायण धारावाहिक भारतीय टेलीविजन पर प्रसारित हुए ऐतिहासिक धारावाहिकों में से अब तक का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला टेलीविज़न शो बन चुका है. निर्माता निर्देशक रामानंद सागर ने इस धारावाहिक का निर्माण करके बहुत ख्याति प्राप्त की, ये उनके जीवन की महान कृतियों में से एक था. इस धारावाहिक के सभी किरदारों की बहुत तारीफ की जाती है.
रामानंद सागरजी की इस रामायण की कामयाबी में मशहूर संगीतकार स्वर्गीय रविन्द्र जैन जी का बहुत बड़ा योगदान है. उन्होंने अपने संगीत से इस धारावाहिक को अमर कर दिया. लेकिन कुछ घटनाएं ऐसी होतीं हैं जो जिंदगी में इत्तेफकान ही होती हैं, पर इतिहास कायम कर देतीं हैं.
धारावाहिक रामायण में महाराज दशरथ की मंझली रानी कैकई का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री पद्मा खन्ना ने अपने किरदार में इतना शानदार अभिनय किया, लोगों ने उन्हें वाकई कैकई मान लिया था, और उनके अनुसार उन्हें लोगों की नफरत का भी सामना करना पड़ा. एक डांसर के रूप में उन्होंने अपना कैरियर शुरू किया था, और बाकायदा इसके लिए श्री बिरजू महाराज से डांस सीखा था. लेकिन उनके अन्दर छिपी प्रतिभा को अभिनेत्री वैजयंती माला ने पहचान लिया, और उन्हें अभिनेत्री के तौर पर काम करने की सलाह दी.
संगीतकार रविन्द्र जैन जी और अभिनेत्री पद्मा खन्ना का धारावाहिक रामायण में एक साथ काम करना भी एक इत्तेफाक है. असल में सन 1973 में संगीतकार के रूप में रविन्द्र जैन ने काम करना शुरू किया. और उनकी पहली फिल्म थी ‘हाथी के दांत’ जो बहुत छोटी फिल्म थी, और बॉक्स ऑफिस पर भी कुछ ख़ास नहीं कर सकी, लेकिन इसी साल उनकी दूसरी फिल्म आई जिसका नाम था ‘सौदागर’ इस फिल्म में अभिनेता अमिताभ बच्चन, अभिनेत्री नूतन और पद्मा खन्ना ने मुख्य भूमिकाएं निभाई थी. ये फिल्म भी उस समय ज्यादा चली तो नहीं लेकिन रविन्द्र जैन जी के संगीत में बने इसके गाने बहुत हिट हुए थे. उनमें से ही एक गाने के बोल थे, ‘सजना है मुझे सजना के लिए’ जो अभिनेत्री पद्मा खन्ना पर फिल्माया गया था. ये गाना उस वक़्त का सुपर हिट गाना था. और इसने संगीतकार रविन्द्र जैन को बड़ी पहचान दे दी, और इसी की वजह से अभिनेत्री पद्मा खन्ना भी मशहूर हो गई. वैसे राजश्री प्रोडक्शन के बैनर तले बनी इसी फिल्म को रविन्द्र जैन जी की पहली फिल्म माना जाता है.
इस फिल्म से पहले पद्मा खन्ना ने कई फिल्मों में काम किया, पर फिल्म सौदागर में अभिनेता अमिताभ बच्चन के साथ उनका काम बहुत पसंद किया गया., उस फिल्म से उन्हें अच्छी खासी पहचान मिली और लगातार फिल्मों में काम मिलता गया. लेकिन उनके जीवन भर निभाये गए किरदारों में से अगर सबसे ज्यदा ख्याति उन्हें मिली तो धारावाहिक रामायण से. इस धारावाहिक के ज़रिये उन्होंने दर्शकों के दिलों में एक ख़ास पहचान बना ली थी.
और रामायण में रविन्द्र जैन जी का संगीत था, जिसने उस धारावाहिक को अमर बना दिया. और संजोग से 14 साल बाद फिर से रविन्द्र जैन जी और पद्मा खन्ना ने एक साथ इस धारावाहिक में काम किया था. इस धारावाहिक में उनकी भूमिका भले ही निगेटिव थी, लेकिन उन्होंने अपने प्रभावशाली अभिनय से उस किरदार में जान डाल दी थी.