बहुत कुछ हो रहा है आजकल, बहुत कुछ चल रहा है, बार बार हमारे धैर्य का इम्तिहान लिया जा रहा है. हम सनातनी हैं, अपने धर्म, संस्कृति और संस्कारों पर हमें गर्व है. लेकिन हर बार हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचाई जाती है, हिन्दू धर्म को बदनाम करने की एक घोर साजिश चल रही है. अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर सिर्फ हिन्दू धर्म को टारगेट किया जा रहा है. बहुत सारे मुद्दे हैं, जिन पर फिल्म से लेकर वेब सीरिज सब कुछ बन सकता है. लेकिन हर बार हिन्दू धर्म, हमारी आस्था, हमारी परमपराएं इनको बीच में लाना ज़रूरी बन गया है. ऐसे फिल्ममेकर ना सिर्फ धार्मिक भावनाएं भड़का रहे हैं, बल्कि एक तरह से राष्ट्रद्रोह कर रहे हैं.
क्रिएटिव फ्रीडम के नाम पर हमारी सहनशीलता का फायदा उठा रहे हैं लोग, हमने अब तक अपनी मर्यादा बना रखी है. हम अपने धर्म का बहुत सम्मान करते हैं, और हमारे सम्मान के साथ जैसे जान बूझकर खिलवाड़ किया जा रहा है. ज़माने भर की चीज़ें हैं दिखाने के लिए, जिन्हें दिखाया जा सकता है. लेकिन हमारे धार्मिक मूल्यों की गरिमा को दूषित किया जा रहा है.यही समय है जब सनातन धर्म में सभी लोगों को अपनी आस्था, और अधिकारों की रक्षा के लिए एक होना होगा. आज इन विकृतियों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाना अति आवश्यक हो गया है. क्योंकि ये अभिव्यक्ति की आज़ादी हरगिज़ नहीं हो सकती, जिसमें हमारे मान सम्मान को रौंदने का प्रयास किया जा रहा है. इस तरह की फिल्म और वेबसीरिज का बहिष्कार ही एक मात्र उपाय नहीं है, बल्कि इससे आगे जाकर भी कुछ करना होगा, ताकि इन्हें इनकी मर्यादा बताई जा सके. और इस बात का पता भी चलना चाहिए कि, हमारा धर्म हमारे लिए सर्वोच्य स्थान पर है, इसके लिए किसी भी प्रकार की दूषित मानसिकता वालों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
देश के कई राज्यों की सरकारों ने इसके लिए कड़े कदम उठाये हैं. सबसे पहले उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में संज्ञान लिया और यूपी में तांडव वेबसीरिज के खिलाफ कई मामले दर्ज हुए हैं. उसके बाद मध्यप्रदेश समेत और भी राज्यों में अलग अलग मामले दर्ज किये गए हैं, ये मामले तांडव सीरिज के लेखक, निर्माता, निर्देशक और कलाकारों तक सभी के ऊपर दर्ज हुए हैं. ये एक सार्थक पहल है, जिससे इस तरह की चीज़ों पर विराम लग्न शुरू हो जायगा.