भगवान श्रीराम की जन्मस्थली पावन नगरी अयोध्या देश के जनमानस के लिए सबसे बड़े तीर्थ स्थलों में से एक है। भव्य श्रीराम मंदिर बन जाने के बाद श्रद्धालुओं के लिए इसका महत्व और अधिक बढ़ जाएगा। ऐसे में रामलला के दर्शन के पश्चात अयोध्या के अन्य धार्मिक व दर्शनीय स्थलों को भी श्रद्धालु व पर्यटक देखना चाहेंगे। इन रमणीय स्थलों की सूची और महत्व कुछ इस प्रकार है –
1. सरयू नदी के घाट
सर्वविदित है, अयोध्या सरयू नदी के तट पर स्थित है, जिस पर विभिन्न घाट और ऐतिहासिक मंदिर हैं। सरयू किनारे कुल 14 घाट हैं, जिनमें कौशल्या घाट, कैकेयी घाट, गुप्त द्वार घाट, लक्ष्मण घाट और पापमोचन घाट प्रमुख हैं।
2. हनुमानगढ़ी
जैसा कि नाम से ही पता चलता है, यहाँ श्रीराम के परम भक्त भगवान हनुमान का मंदिर है, जो अराध्यों के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से एक है।
3. श्रीराम जन्मभूमि
जल्द ही श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण होने वाला है, जिसका शिलान्यास प्रधानमंत्री खुद करेंगे। श्रीराम जन्मभूमि के दर्शन किए बिना अयोध्या यात्रा अधूरी है।
4. राजा दशरथ का महल
भगवान श्रीराम के पिता और अयोध्या के राजा दशरथ का निवास दशरथ महल के नाम से जाना जाता है। यह न केवल ऐतिहासिक महत्व रखता है बल्कि विशाल भी है।
5. दंतधावन कुंड
इस स्थान को राम दातौन भी कहा जाता है, मान्यता है कि भगवान श्रीराम इस स्थान पर अपने दाँतों की सफाई करते थे। यह स्थान भी हनुमानगढ़ी क्षेत्र में है।
6. कनक भवन मंदिर
कनक भवन मंदिर में श्रीराम और माता जानकी की सुंदर, मनमोहक मूर्तियाँ स्थापित हैं। अयोध्या यात्रा के दौरान किसी भी पर्यटक या श्रद्धालु को इस स्थान पर जाना चाहिए।
7. त्रेता के ठाकुर
इस मंदिर में भगवान श्रीराम व उनके अनुज लक्ष्मण, भरत शत्रुघ्न की सुंदर मूर्तियाँ स्थापित हैं। नई मूर्तियों के साथ ही इस स्थान पर काले पत्थर पर बनी सैकड़ों वर्ष पुरानी मूर्तियाँ भी सुरक्षित रखी गई हैं। यही वह जगह है, जहाँ भगवान राम ने अश्वमेध यज्ञ किया था।
8. गुलाब बढ़ी
ऐसा नहीं है कि अयोध्या में केवल ऐतिहासिक मंदिर और स्थल ही हैं। गुलाब बढ़ी नामक इस उपवन में आपको लाल, गुलाबी, पीले सफेद व अन्य तरह के सुगंधित गुलाब के फूल देखने को मिलते हैं।
9. सीता की रसोई
यह स्थान पहले एक मंदिर था, जो श्रीराम जन्मभूमि के उत्तर-पश्चिम में स्थित है। यहाँ श्रीराम-सीता, लक्ष्मण-उर्मिला, भरत-मांडवी, शत्रुघ्न-श्रुताकीर्ति, चारों भाई व उनकी अर्धांगनियों की मूर्तियों के दर्शन किए जा सकते हैं।
10. तुलसीदास स्मारक भवन
तुलसीदास स्मारक अयोध्या की सांस्कृतिक धरोधर और साहित्य को सहेजे हुए है। यह एक अनुसंधान केंद्र भी है, जहाँ साहित्य, संस्कृति और आध्यात्मिक विषयों पर कई किताबें हैं। इस संग्रहालय को गोस्वामी तुलसीदास की स्मृति में बनाया गया है