टाइम मैगज़ीन के कवर पेज पर जगह पाने वाली गीतांजलि के बारे में कुछ ख़ास बातें

भारत की बेटी गीतांजलि राव की उपलब्धियों ने कमाल कर दिया है. मात्र 12 साल की उम्र में ऐसे काम किये हैं, जिन्हें उस उम्र में सोचना भी मुश्किल होता है. तभी तो दुनिया की नामी गिरामी टाइम मैगज़ीन ने उन्हें अपने कवर पेज पर जगह दी है. तो आइये जानते हैं इस अनोखी बालिका के बारे में कुछ ख़ास बातें-:

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1- गीतांजलि राव ने सिर्फ 12 साल की उम्र में पानी में सीसा का पता लगाने वाली एक पोर्टेबल डिवाइस विकसित की. हॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री और अकेडमी अवॉर्ड विजेता एंजेलिना जोली ने उनका जूम पर इंटरव्यू भी लिया. इंटरव्यू में राव ने कहा कि फ्लिंट, मिशिगन में पेयजल के संकट ने उन्हें एक ऐसी खोज करने के लिए प्रेरित किया जिसमें पानी के भीतर दूषित पदार्थों का पता लगाकर उन परिणामों को मोबाइल फोन पर भेजा जा सके. गीतांजलि ने मोबाइल की तरह दिखने वाले डिवाइस का नाम ‘टेथिस’ रखा. डिवाइस को पानी में सिर्फ कुछ सेकेंड तक डालने के बाद बता देता है कि पानी में सीसे की मात्रा कितनी है.

2. गीतांजलि ने बताया कि जब वह महज 10 वर्ष की थीं तब उन्‍होंने अपने माता-पिता से कहा था कि वह कार्बन नैनो ट्यूब सेंसर टेक्‍नोलॉजी पर वाटर क्वॉलिटी रिसर्च लैब में रिसर्च करना चाहती हैं. उन्‍होंने कहा कि यही बदलाव की शुरुआत थी, जब कोई इस दिशा में काम नहीं कर रहा है तो मैं इसे करना चाहती हूं. सेंसर टेक्नोलॉजी पानी में शामिल दूषित तत्वों का पता लगाने में मदद करती है.

3. 15 साल की यंग साइंटिस्ट ने कम उम्र में नशीले पदार्थ की लत (opioid addiction) को छुड़ाने के लिए एपिऑन नाम का एक डिवाइस बनाया.

4. साइबर बुलिंग रोकने के लिए गीतांजलि ने किंडली (Kindly) नाम का एक एप बनाया. उन्‍होंने कहा कि यह एक ऐप और क्रोम एक्‍सटेंसन है. यह शुरुआत में ही साइबर बुलिंग को पकड़ने में सक्षम होगा. गीतांजलि राव के अनुसार उनका मकसद सिर्फ अपनी डिवाइस बनाकर दुनिया की समस्‍याएं सुलझाने तक सीमित नहीं है, बल्कि उनक कहना है कि, अब वो दूसरों को भी ऐसा करने के प्रेरित करना चाहती हैं.

5- ये पहली बार नहीं है कि गीतांजलि को उनके काम के लिए बड़ा खिताब है, बल्कि इससे पहले भी 2019 में उन्हें फोर्ब्स की 30 अंडर 30 लिस्ट में जगह मिली थी.

6- इसके अलावा गीतांजलि अन्य कई हजारों बच्चों के लिए इनोवेशन वर्कशॉप चलाने के उद्देश्य से कई ग्रामीण स्कूल, म्यूजियम, साइंस टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग संगठन से जुड़ी हैं.

7. गीतांजलि को ईपीए प्रेजिडेंशियल अवॉर्ड, जॉर्ज स्टेफेनसन इनोवेशन अवॉर्ड 2020, कुमॉन 2019 स्टूडेंट इंसपाइरेशनल अवॉर्, टीसीएस इग्नाइट इनोवेशन टॉप हेल्थ पिलर अवॉर्ड समेत कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है, इसके अलावा वह किताबें भी लिख चुकी हैं.