मिठास, अपनापन और कई खूबियों से भरी हुई भाषा हिंदी है भारत माता के माथे की बिंदी

आज 14 सितम्बर को देश विशेष में जहाँ तक हिंदी की पहुँच है, वहां हिंदी दिवस मनाया जा रहा है. भाषा अभिव्यक्ति का सबसे सहज माध्यम होती है. हर भाषा का अपना महत्व होता है. और हर भाषा की अपनी श्रेष्ठता होती है. दुनिया भर में कई भाषाएँ और बोलियाँ हैं. इसी तरह हमारे देश भारत में भी कई भाषाएं हैं. पहले क्षेत्रीय भाषाएँ हैं, फिर अलग अलग बोलियाँ हैं. लेकिन भारत में जो सबसे ज्यादा बोली जाने भाषा है वो है हिंदी. भारत की मातृभाषा हिन्दी है. भले ही यहाँ कई भाषाएं हैं. बोलियाँ हैं, लेकिन भारत की बड़ी पहचान हिन्दी से ही होती है. भारत के प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कई बार दुनियाभर में अपना भाषण हिन्दी में प्रस्तुत किया है. पूरी दुनिया के लोग हिन्दी से रुबरू हो रहे हैं. आखिर इस भाषा में इतनी मिठास, अपनापन, और इसकी अपनी कई खूबियाँ जो हैं.

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हिंदी का दायरा अब बहुत बढ़ चुका है. पूरी दुनिया में अपनी ख़ास पहचान रखने वाली बॉलीवुड इंडस्ट्री में हिंदी फ़िल्में बनती हैं. और उन फिल्मों को दुनिया के बड़े बड़े देशों में देखा जाता है. हिंदी का बाज़ार भी बहुत बड़ा है. बड़े बड़े उत्पादों के विज्ञापन भी हिंदी में बनाये जाते हैं. हिंदी आज केवल जन सामान्य की ही नहीं बल्कि भारत की पहचान है. गाने, कवताएँ, किताबों और रेडियो से लेकर टेलीविज़न हर जगह हिंदी का बोलबाला है. नयी पीढ़ी में भी हिंदी के लिए उत्साह बढ़ रहा है. क्योंकि मनोरंजन के ज्यादा से माध्यम भी हिंदी में उबलब्ध हैं.

ऐसे बहुत सारे शब्द हैं, जिनकी मिठास की वजह से हिन्दी का कोई मुकाबला नहीं. आज पूरी दुनिया के लोग हिन्दी सीखना चाहते हैं, और सीख भी रहे हैं. और कई देशों में हिन्दी भाषा बोली जाती है. तो हमारा भी दायित्व है कि, हम हिन्दी को सम्मान दें. और इसे बोलने और सीखने के लिए लोगों को प्रेरित करें. आप सभी को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.