थोड़ा अलग है इस बार नवरात्रि का त्यौहार, दर्शन तो कर सकते हैं लेकिन पूजा नही…

जैसा कि आप जानते हैं नवरात्रि शुरू हो चुकी है. और आज नवरात्रि का 5वां दिन है. नवरात्रि के पांचवे दिन “स्कंदमाता की पूजा” की जाती है. इन दिनों व्रत-उपवास रखने के साथ ही देश भर में जगह जगह माता के मंदिरों में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की कतार लगती है. तो वहीं देश‌ के प्रसिद्ध माता वैष्णोदेवी के मंदिर में भी दूर दराज के क्षेत्रों से भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं. लेकिन कोरोना काल के चलते मंदिरों में दर्शन व्यवस्था को लेकर कई नियम बनाए गए हैं.

इस बार भक्तों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है सभी को मास्क लगाना जरूरी है. और मंदिर में इस बार दर्शन करने के लिए अनुमति तो है परंतु प्रसाद चढ़ाना और पूजा करना मना है.

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वैष्णोदेवी मंदिर

जम्मू-कश्मीर स्थित वैष्णोदेवी मंदिर में लगभग 7 हजार भक्त रोज दर्शन कर सकते हैं. यहां आने से पहले श्रद्धालुओं को मंदिर की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना ज़रूरी है. नवरात्रि के इस पावन मौके पर मंदिर श्राइन बोर्ड ने मंदिर को बहुत सुंदर तरीके से सजाया है. जानकारी के अनुसार यात्रियों की सुविधा के लिए पिट्ठू और पालकी की सेवा भी शुरू की गई है.

कामाख्या मंदिर

असम का सुप्रसद्धि कामाख्या मंदिर भक्तों के लिए खुला हुआ है. लोग दूर दूर से आ भी रहे हैं कोरोना के नियमों का पालन भी कर रहे हैं. एक विशेश बात ये है कि भक्त के लिए मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश वर्जित है. सुबह 8 बजे से सूर्यास्त तक मंदिर के द्वार खुले रहते हैं. श्रद्धालु मंदिर में केवल परिक्रमा कर सकते हैं और पूजा मंदिर के बाहर की जा सकती है.

छिन्नमस्तिका मंदिर

झारखंड में रामगढ़ के सबसे चर्चित छिन्नमस्तिका मंदिर में भक्त दर्शन करने आ रहे हैं, एक साथ 5 श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं. इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आने से पहले श्रद्धालुओं को रजरप्पा की वेबसाइट पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना ज़रूरी है. इस मंदिर से जुड़ी एक विशेष बात ध्यान रखिएगा कि एक घंटे में लगभग 80 श्रद्धालुओं को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी.

हरसिद्धि मंदिर

उज्जैन के सुप्रसद्धि हरसिद्धि मंदिर में भक्त हर्षोल्लास के साथ माता के दर्शन करने आ रहे हैं. मंदिर के बाहर से ही माता के दर्शन कराए जा रहे हैं. गर्भगृह में प्रवेश वर्जित है. मंदिर के आसपास की सभी दुकानें और धर्म शालाएं खुली हुई हैं. और हां आपको बताना चाहेंगे कि मंदिर के पास महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग भी भक्तों के लिए खुला है तो आप यहां आ कर भगवान का आशिर्वाद ले सकते हैं.

नैनादेवी मंदिर

हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध नैना देवी मंदिर में आने वाले दर्शनार्थी 22 घंटे तक दर्शन कर सकते हैं.अन्य मंदिर की तरह यहां भी पूजा-पाठ, हवन आदि कर्म करना मना है. आप जानते होंगे कि पूजा के बाद यहां लंगर का कार्यक्रम होता है लेकिन इस बार कोरोना के चलते यह आयोजन नहीं हो रहा है.

कालीघाट मंदिर

बंगाल के कालीघाट मंदिर में भी भक्त पहुंच रहे हैं. भक्त केवल दर्शन और आशीर्वाद लेकर यहां से जा सकते हैं. कोरोना की वजह से विधिवत पूजा की अनुमति नहीं है.