5 अगस्त के दिन अयोध्या में हुए श्रीराम जन्मभूमि के पूजन के लिए कई पवित्र तीर्थों की मिट्टी, और पावन नदियों के जल का भी उपयोग किया गया. जिसके चलते पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित शारदापीठ की मिट्टी को भी इस पूजन में शामिल किया गया था. और चाइना में रहने वाले एक हिन्दुस्तानी दंपत्ति ने हांगकांग के रास्ते पाकिस्तान जाकर शारदापीठ की मिट्टी लाकर अयोध्या के श्रीराम मंदिर शिलान्यास के लिए दिया. उसी शारदापीठ में अब कश्मीरी प्रवासियों के संगठन आल पार्टीज माइग्रेंट्स कोआर्डिनेशन कमेटी (एपीएमसीसी) की तरफ से फूल चढ़ाये गए हैं. ये पवित्र शारदापीठ मंदिर नियंत्रण रेखा के पास स्थित पीओके के शारदा गाँव में स्थित है.
पूरे दक्षिण एशिया में हिन्दुओं के 18 बेहद पवित्र स्थलों में से एक शारदापीठ में विनोद पंडित जी ने शारदा माता को पुष्प अर्पित किये जाने का ये कार्य संपन्न करवाया है. पिछले साल पाकिस्तान की तरफ से एक गलियारे के निर्माण की भी मंजूरी दी गई है, जिसके द्वारा भारत के हिन्दू तीर्थयात्रियों को शारदापीठ की यात्रा करने की अनुमति मिले सकेगी.
हिन्दू धर्म में 51 शक्तिपीठ हैं, जिन्हने बहुत पवित्र माना जाता है. शारदापीठ भी उन सभी शक्तिपीठों में एक है. अगर इस गलियारे का निर्माण तय समय के अनुसार हो गया तो भारत में रहने वाले सभी श्रद्धालु भी बहुत जल्दी इस पावन स्थान की यात्रा करके शारदापीठ के दर्शन कर सकेंगे.
सनातन धर्म में तीर्थ स्थलों और नदियों को बहुत पवित्र माना जाता है. भारत में तो हर शहर और गाँव में मंदिर बने हुए हैं. और कई शहर तो पूरे के पूरे ईश्वर की नगरी के रूप में स्थापित हैं. इन शहरों में वाराणसी, अयोध्या, मथुरा, उजैन जैसे बड़े और प्रसिद्ध स्थानों का नाम शामिल है. इसी तरह दुनियाभर में हिन्दुओं के कई पवित्र स्थल हैं. जिनमें से पीओके स्थित शारदापीठ भी एक प्रमुख स्थान है.