आज है गणतंत्र दिवस, 55 साल में पहली बार परेड में शामिल नहीं हुआ कोई चीफ़ गेस्ट

आज 26 जनवरी है. देश 72वां रिपब्लिक डे मना रहा है. हर साल राजपथ पर रिपब्लिक डे की परेड होती है. 55 साल में पहली बार ऐसा होगा जब रिपब्लिक डे परेड में कोई चीफ गेस्ट शामिल नहीं हो रहा है. और इसकी वजह है कोरोना, जिसके चलते बहुत सावधानी बरती जा रही है. इससे पहले भारत में 1952, 1953 और 1966 में भी गणतंत्र दिवस परेड में कोई चीफ गेस्ट शामिल नहीं हुआ था. इस दिन को हमारे देश में राष्ट्रीय त्योहार की तरह मनाया जाता है. हर भारतवासी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस को बड़े धूमधाम से मनाता है. गणतंत्र दिवस पहली बार 26 जनवरी साल 1950 को मनाया गया था. जिसके बाद से हर साल इस मौके पर देश की राजधानी दिल्ली स्थित इंडिया गेट पर परेड का आयोजन किया जाता है. गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है.

गणतंत्र का अर्थ है, जनता के लिए जनता द्वारा शासन. दरअसल, 26 जनवरी 1950 को हमारा देश गणतांत्रिक देश के रूप में सामने आया. इसी दिन भारत का संविधान लागू किया गया था. भारत का संविधान लिखित और दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है.

संविधान का निर्माण भारतरत्न डॉ भीम राव अंबेडकर की अध्यक्षता में हुआ था. इसे बनने में 2 साल, 11 महीने और 18 दिन लग गए थे. दरअसल अंग्रेजों के शासन से मुक्त होने के बाद भारत के पास अपना कोई संविधान नहीं था.

पूरी दुनिया में हमारे देश भारत को सबसे बड़ा लोकतंत्र माना जाता है. और इसकी वजह है हमारा संविधान.

क्या होता है गणतंत्र का मतलब

गणतंत्र यानी रिपब्लिक, रिपब्लिक का मतलब है व्‍यवस्‍था का वह रूप है जहां राष्ट्र का मुखिया राजा नहीं होता है. इसमें जनता अपना नेतृत्‍व चुनती है. संविधान के मुताबिक यह जनता द्वारा, जनता के लिए, जनता का शासन है.