अगर लालच जीवन से बड़ा हो, तो यही होता है

हम सभी को बचपन से ही सिखाया गया है कि लालच बुरी बला है। लालच करने से कई बार हम मुसीबत में पड़ सकते हैं। यही नहीं हमें लालची व्यक्ति से भी दूरी बनाकर रखना चाहिए, क्योंकि लालची व्यक्ति लालच में आकर हमें भी नुकसान पहुंचा सकता है। आज हम भगवान गौतम बुद्ध द्वारा कही गई ऐसी ही एक जातक कथा के बारे में जानेंगे, जिसमें उन्होंने बताया है कि कैसे एक कौवे को लालच के कारण अपनी जान गवानी पड़ी। साथ ही उससे दोस्ती रखने के कारण कबूतर को अपना घर छोड़ना पड़ा।

जातक कथा है कि किसी समय एक कौवा रहता था, जो लालची और आलसी प्रवृत्ति का था। वह हमेशा मेहनत करने की बजाय चोरी करके भोजन करने की कोशिश में रहता था। एक दिन कौवा उड़ते-उड़ते राजा के महल के पास से गुजर रहा था। इस दौरान उसे रसोई से स्वादिष्ट पकवान की खुशबू आई। कौवे ने सोचा कि राजा की रसोई में उसे स्वादिष्ट पकवान खाने को मिल सकते हैं। यह सोचकर कौवा रसोई के बाहर जाकर एक पेड़ पर बैठ गया। राजा के रसोइये ने उस पेड़ पर पक्षियों के रहने के लिए कुछ टोकरियां लटकाई हुई थी। कौवा जाकर एक टोकरी में रहने लगा।

पेड़ पर लटकी दूसरी टोकरी में एक दूरदर्शी और विवेकशील कबूतर रहता था। कौवे और कबूतर के बीच जल्द ही मित्रता हो गई। हालांकि कबूतर कौवे की प्रवृत्ति को समझ गया था, इसलिए उसने कौवे को समझाया कि तुम कभी भी रसोई से कोई चीज चोरी मत करना। लालची कौवे ने भी कबूतर को झूठ-मूठ का आश्वासन दे दिया कि वह कभी भी ऐसा नहीं करेगा।

अगले दिन सुबह जब कबूतर भोजन की तलाश में उड़ गया तो कौवा राजा की रसोई से स्वादिष्ट भोजन चुराने के लिए टोकरी से बाहर आया। वह रसोइये के रसोई से बाहर जाने की प्रतीक्षा करने लगा। और जब रसोइया दूसरे कमरे में जाकर थोड़ा सुस्ताने लगा तो कौवा चुपके से रसोई में घुस गया। रसोई में जाकर कौवे ने शाही पकवान देखे तो उसके मुंह में पानी आ गया। लालच में आकर कौवे पकवान पर जोर से चोंच मारी, जिससे रसोई में रखा बर्तन गिरकर टूट गया। बर्तन टूटने की आवाज से रसोइया तत्काल रसोई में पहुंचा। रसोई में कौवे देख रसोइये को बहुत गुस्सा आया, उसने रसोई का दरवाजा बंद करके कौवे को पकड़ लिया और उसके उसके पंख नोच डाले। इसके बाद रसोइये ने कौवे के शरीर को मिर्च मसालों से लपेटकर बाहर फेंक दिया। इससे कुछ देर में ही कौवे के प्राण निकल गए।

शाम को जब कबूतर वापस अपनी टोकरी में आया तो उसने मिर्च मसालों से लिपटा हुआ कौवे का मृत शरीर देखा। वह समझ गया कि कौवे को उसके लालच का परिणाम भुगतना पड़ा है। हालांकि कबूतर दूरदर्शी था, इसलिए उसने तुरंत वह स्थान छोड़ दिया।