भारत की बड़ी कामयाबी मात्र 2 वर्षों में हांसिल किया ‘ब्लू फ्लैग’ का सर्टिफिकेट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अगुआई में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की कद और उपलब्धियों का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है. इसी क्रम में भारत के हिस्से में और एक उपलब्धि जुड़ गई है. अब भारत भी 50 “ब्लू फ्लैग” देशों की लीग में खड़ा हो गया है.

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एशिया प्रशांत क्षेत्र में भारत ऐसा पहला देश बन गया है जिसने मात्र दो 2 वर्षों के अंदर ‘ब्लू फ़्लैग’ के सर्टिफिकेट को हासिल किया है. जिन 8 समुद्र तटों को प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय प्रमाणन ‘ब्लू फ्लैग’ दिया है उनके नाम इस प्रकार हैं-

1. गुजरात में शिवराजपुर समुद्री तट
2. दीव में घोघला समुद्री तट
3. कर्नाटक में कासरकोद और पदुबिद्री समुद्री तट
4. केरल में कप्पड़ समुद्री तट
5. आंध्र प्रदेश में रुशिकोंडा समुद्री तट
6. ओडिशा में स्वर्ण समुद्री तट
7. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में राधानगर समुद्री तट

इसी के साथ भारत भी दुनिया के उन टॉप 50 देशों की लिस्टर में शामिल हो गया है, जिनके पास ‘ब्लू फ्लैग’ का सर्टिफिकेट है. केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस विषय पर ट्वीट कर के जानकारी दी. उन्होंने बताया कि भारत दुनिया का पहला देश है जिसने एक ही बार में ब्लू फ्लैग का दर्जा हासिल कर लिया है. आज तक किसी भी देश को पहले ही प्रयास में ब्लू फ्लैग हासिल नहीं हुआ है. यह देश के लिए गौरवान्वित करने वाली बात है.

पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि @IUCN @UNWTO,@UNEP आदि के की अंतरराष्ट्रीय जूरी द्वारा भारत के 8 समुद्र तटों को ‘ब्लू फ्लैग’ का सर्टिफिकेट दिया गया है, जो भारत के संरक्षण और सतत विकास प्रयासों (एसआईसी) की एक वैश्विक मान्यता है.” पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने जानकारी दी है कि भारत को तटीय क्षेत्रों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए “अंतर्राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं” के तहत अंतर्राष्ट्रीय जूरी द्वारा तीसरे पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है.

जबकि जापान, दक्षिण कोरिया और संयुक्त अरब को “ब्लू फ्लैग” का सर्टिफिकेट हासिल करने में लगभग 5 से 6 वर्षों का समय लगा है. प्रकाश जावड़ेकर ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा है,‌ कि भारत “एशिया-प्रशांत” क्षेत्र में पहला देश है जिसने केवल 2 वर्ष में खुद को 50 “ब्लू फ्लैग” देशों की लीग में खड़ा कर दिया है.