धारावाहिक रामायण टेलीविज़न की दुनियां में ऐसा मील का पत्थर बन चुका है कि, इसकी लोकप्रियता टेलीविज़न की दुनियां में एक इतिहास है, और इतिहास बनाने के लिए बहुत समर्पण लगता है. रामायण के निर्माता निर्देशक रामानंद सागरजी ने इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी, न किरदारों के चयन में, और ना गीत संगीत और निर्देशन में. किरदारों के चयन की इसी अहमियत के चलते रामानंद सागरजी ने हर एक पात्र के लिए उसी तरह के अभिनेता या अभिनेत्री का चुनाव किया जो उस पात्र को जीवंत कर सकें. ऐसा ही एक किरदार था जामवंतजी का.ImageSource
इस किरदार को निभाने वाले अभिनेता को दर्शक देख ही नहीं सके, क्योंकि उनका चेहरा हमेशा जामवंतजी के चेहरे के पीछे छिपा रहा. रामायण में जामवंत का किरदार निभाया था ऐक्टर राजशेखर उपाध्याय ने. राजशेखर उपाध्याय जामवंत के किरदार से खूब मशहूर हो गए थे। जामवंत के रोल में उनका चेहरा नजर नहीं आया था, इसके बाद भी अपनी दमदार आवाज के बलबूते उन्होंने खूब प्रसिद्धि पाई.
राजशेखर उपाध्याय को स्कूल के समय से ही ऐक्टिंग का शौक जाग गया था, इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए जब वह बनारस आए, तो वहां भी राम लीला के मंचन में हिस्सा लेने लगे. ऐक्टिंग का शौक था तो वह खुद भी नाटकों में हिस्सा लिया करते थे और उनका निर्माण भी करते थे. ऐसे ही एक नाटक के दौरान उन पर रामानंद सागर के बेटे आनंद सागर की नजर पड़ी और उन्हें ‘विक्रम और बेताल’ में अहम किरदार दे दिया.
विक्रम और बेताल धारावाहिक में उनके अभिनय से प्रभावित होकर रामानंद सागर ने उन्हें जामवंत का रोल दिया. जानकारी के अनुसार, राजशेखर उपाध्याय की इच्छा विभीषण का रोल करने की थी. लेकिन रामानंद सागर ने उन्हें जामवंत के किरदार के लिए तैयार कर लिया.ImageSource
रामायण के बाद राजशेखर ने कई टीवी शोज और फिल्मों में काम किया. उन्होंने ‘जय हनुमान’, ‘महाभारत’ और ‘अदालत’ जैसे टीवी धारावाहिकों में काम किया. प्राप्त समाचार के अनुसार अभिनेता राजशेखर इन दिनों उत्तरप्रदेश स्थित अपने गाँव में रहते हैं.