असली मतलब मेक इन इंडिया यही है हमारी ताक़त

हम ताक़त हैं, हम हिम्मत हैं, हम असली हैं, हम मेक इन इंडिया हैं यानी एकदम ओरिजिनल. डुप्लीकेट शब्द हमारी कुंडली में ही नहीं है. और अगर किसी को लगता है कि हमारा देश किसी दूसरे देश से कम है, तो इस बात का जवाब देने के लिए यहाँ कुछ आंकड़े हैं. जिन्हें देखने और समझने के बाद आपको भी लगेगा कि, मानव सभ्यता के विकास में भारत आज कहाँ है. और दुनियां के इस सबसे प्राचीन देश में अब तक कितने आविष्कार हुए हैं. तो नज़र डालते हैं उन ख़ास तथ्यों पर जिन्हें देखकर आपको भी सर्वश्रेष्ठ होने का गौरव ज़रूर महसूस होगा.

· सबसे पहले बात करते हैं हमारे प्राचीन योग की तो इसकी शुरुआत आज से लगभग 5000 साल पहले भारत में ही हुई.

· जीरो (0), वैल्यू ऑफ पाई pi, त्रिकोणमिति और बीजगणित का अविष्कार भी भारत में ही हुआ.

· मार्शल आर्ट का नाम भले ही ब्रूस ली से जुड़ा है, लेकिन प्राचीनकाल में सबसे पहले इसकी प्रैक्टिस भी भारत में ही की जाती थी.

· स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहद काम आने वाली एनेस्थीसिया का अविष्कार भी भारत में हुआ है.

· शैम्पू का अविष्कार भी सबसे पहले भारत में ही हुआ.

· बटन का आविष्कार भी पहले भारत में हुआ.

· विश्व भर में जिस खेल की चैंपियनशिप के लिए दुनिया के बड़े बड़े दिग्गज खिलाडियों के बीच में प्रतियोगिता होती है. उस शतरंज के खेल का आविष्कार भी भारत में ही हुआ है.

· आखों के इलाज का महत्वपूर्ण हिस्सा मोतियाबिंद सर्जरी और प्लास्टिक सर्जरी का अविष्कार भी भारत में ही हुआ.

· भारत द्वारा ही चंद्रमा पर पानी की खोज की गई.

· हॉलीवुड की फिल्म ग्रेविटी, जिसका कुल बजट 750 करोड़ रुपये था, उससे भी कम बजट में हमारी स्पेस एजेंसी इसरो ने मंगलयान बनाकर उसे सफलतापूर्वक भेज दिया था, इसके अलावा PSLV रॉकेट के ज़रिये 104 सेटेलाइट सफलतापूर्वक अन्तरिक्ष की कक्षा में स्थापित करके हमारी स्पेस एजेंसी इसरो ने पूरी दुनियां में अपनी धाक जमा ली, जिसमें 96 सेटेलाइटस सिर्फ अमेरिका के थे, ये हमारे भारत की स्पेस एजेंसी इसरो में ही हुआ है.

· अमेरिका की सिलिकॉन वेली से लेकर बैंगलोर की आईटी सिटी तक हर जगह इस देश के सॉफ्टवेयर इंजिनियर्स की डिमांड है.

· स्वास्थ्य के क्षेत्र में भारत, दुनियां भर को सबसे ज्यादा डॉक्टर और नर्स भी सप्लाई करता है.

ये तो सिर्फ थोड़े से आंकड़े हैं, इसके अलावा भारत की उपलब्धियों की बात की जाए तो पूरी दुनिया में भारत जैसे वीर योद्धा आज तक नहीं हुए. सदियों से भारत का इतिहास वीरता के गौरवशाली किस्सों से भरा हुआ है. इसलिए हम सबको अपने इस बात पर फख्र ज़रूर करना चाहिए कि, हमने इस महान देश में जन्म लिया है.