सनातन धर्म में हर दिन का कोई न कोई विशेष धार्मिक महत्व होता है. इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है. शादी विवाह में शुभ मुहूर्त का विशेष महत्त्व होता है. और खरमास भी शुरू हो चुका है. हालांकि खरमास में कोई शुभ कार्य नहीं किये हैं, फिर भी कुछ ऐसे मुहूर्त होते हैं, जिनमें गृह नक्षत्रों का बहुत हे शुभ योग बनता है. इसी तरह आज भी विवाह पंचमी है. खरमास होने से ये पर्व और भी ख़ास हो गया है. और इसमें भगवान श्रीराम- और सीताजी के विवाह का पुण्य योग भी है. सितारों की खास स्थिति होने के कारण 3 शुभ योग इस पर्व की शुभता बढ़ा रहे हैं.
हिंदू कैलेंडर के अनुसार अगहन महीने के शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि पर श्रीराम-सीता के विवाह का महापर्व विवाह पंचमी मनाया जाता है. जो कि इस बार 19 दिसंबर शनिवार यानि आज मनाया जा रहा है. पर इस बार ये पर्व खरमास के दौरान आया है, लेकिन इस दिन भगवान का विवाह और विशेष पूजा करवाना और भी शुभ रहेगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार खरमास के दौरान भगवान विष्णु के अवतार भगवान कृष्ण के साथ ही श्रीराम की पूजा करने से हर तरह के पाप खत्म हो जाते हैं. इस साल विवाह पंचमी पर ग्रह-नक्षत्रों की विशेष स्थिति से शुभ योग बना है. सितारों की इस विशेष स्थिति में की गई पूजा का विशेष फल मिलेगा.
ज्योतिष के अनुसार जिनकी शादी में अड़चनें आ रही हों और जिन दंपतियों के जीवन में परेशानियां चल रही हों, उन्हें पंचमी को श्रीराम और माता सीता का विवाह करवाना चाहिए. इस दिन रामचरित मानस और बालकांड में भगवान श्री राम और माता सीता के विवाह प्रसंग का पाठ करना शुभ माना गया है. सीता स्वयंवर में प्रभु श्री राम ने शिव धनुष को भंग किया था. इसके बाद राजा जनक ने अयोध्या में अपने दूत भेजे थे और राजा दशरथ से बारात लाने का आग्रह किया था. इसके बाद पंचमी के दिन प्रभु श्री राम और माता सीता का विवाह हुआ था. उसी समय से इस दिन को विवाह पंचमी के रूप में मनाया जाता है.