नवरात्र में ‌अखंड ज्योत जलाने से होती है मां की कृपा, घर में बरसती हैं खुशियां

नवरात्रि नौ दिनों का उत्सव है. इन सभी दिनों में माँ के अलग अलग स्वरूप की पूजा की जाती है. देवी के यह नौ रूप, नवग्रहों के अधिपत्य तथा उनसे जुड़ी बाधाओं को दूर करने व उन्हें प्रबल करने हेतु भी पूजे जाते हैं. हर वर्ष नवरात्रि का पर्व दो बार मनाया जाता है. मार्च-अप्रैल में चैत्र नवरात्रि की पूजा की जाती है तो वहीं सितंबर-अक्टूबर में शारदीय नवरात्रि की पूजा की जाती है. इस पावन पर्व के मौके पर कई घरों में घटस्थापना के साथ ही अखंड ज्योत जलाई जाती है. अखंड ज्योत का अर्थ है “जो खंडित न हो”. पूरे नौ दिन लगातार जलती रहे. विधिपूर्वक अंखड ज्योत के नियमों का पालन करना चाहिए.

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अखंड ज्योत का महत्व
नवरात्रों में अखंड ज्योत का बहुत बड़ा महत्व होता है. अगर ज्योत बुझ जाए तो इसे अशुभ माना जाता है. सबसे ध्यान देने वाली बात यह है कि अखंड ज्योत जलाने के बाद उसे अकेला न छोड़ें कोई न कोई वहां उपस्थित रहे. इस दीपक को बाएं से दाएं की ओर कर के रखें. ऐसा करने से धन की प्राप्ति होती है. वहीं दीपक का ताप दीपक से 4 अंगुल चारों ओर अनुभव होना चाहिए, ऐसा करने से भाग्योदय होता है. दीपक की लौ सोने जैसी दिखना शुभ होने का संकेत को दर्शाता है. ऐसे होने से व्यवसाय या नौकरी में वृद्धि होती है. अगर आप अखंड ज्योत 1 साल तक रखते हैं तो यकीन मानिए खुशियों की वर्षा होनी शुरू हो जाएगी. इससे वास्तु दोष, कलेश, आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल जाएगा. और एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि दीपक से दीपक नहीं जलाना चाहिए. ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता. और बने हुए कार्य में भी बाधाएं आने लगती हैं. अखंड ज्योति जलाना, घी डालना या ज्योत सी जुड़े कोई भी कार्य केवल साधक को ही करना चाहिए.

अखंड ज्योत जलाने के फायदे…
1. मान्यता है कि देवी जी के सामने अखंड ज्योत जलाने से घर में मां की कृपा बनी रहती है.

2. अखंड दीपक जलाने से स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है क्योकि दीपक में घी, कपूर रहता है और उसकी महक से शरीर स्वस्थ रहता है.

3. किसी भी तरह का साया घर में नहीं रहता.

4. ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है, जिससे घर के सभी लोगों के विचार भी सकारात्मक होते हैं.

5. घर का वातावरण शांत व खुशहाल रहता है.