पवित्र पर्वत:माउंट आबू जहां शिवजी ने नंदी की रक्षा के लिए भेजे थे शक्तिशाली नागदेव

वैसे तो हमारी संस्कृति में प्रकृति पूजन का विशेष महत्व है लेकिन यह भारत ही है जहां पहाड़ों को भी पूजा जाता है। पवित्र पहाड़ों में एक ऐसा ही नाम है माउंट आबू का। यह पहाड़ी भगवान शिव और भगवान राम दोनों के ही प्रसंगों से जुड़ा है। माउंट आबू राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है। यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, आरामदायक जलवायु, हरी- भरी पहाड़ियों, निर्मल झीलों, सुंदर मंदिरों और अनेक धार्मिक स्थानों के लिए प्रसिद्ध है। यह पहाड़ी अरावली पर्वत की सबसे ऊंची चोटी है, जो कि 1220 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

पौराणिक कथाओं में माउंट आबू को अर्बुदराण्य भी कहा जाता है, जिसका नाम नाग देवता अर्बुदा के नाम पर पड़ा। वास्तव में भगवान शिव की सवारी नंदी की रक्षा करने के लिए अर्बुद नाम के शक्तिशाली नागदेवता इस पहाड़ी पर आए थे। भगवान शिव ने संकट में फंसे नंदी की रक्षा के लिए अर्बुद को भेजा था। अर्बुदारण्य का नाम बाद में बदलकर अबू पर्वत या माउंट आबू कर दिया गया। ऐतिहासिक रूप से यह स्थान गुर्जरों या गुज्जरों द्वारा बसाया गया और अर्बुदा पर्वत के साथ इनका जुड़ाव इस क्षेत्र में पाए जाने वाले शास्त्रों और शिलालेखों में दिखता है।

शिवजी से जुड़ा होने के साथ ही माउंटआबू ही वह स्थान है, जहां भगवान श्रीराम ने अपने भाइयों के साथ शिक्षा ग्रहण की थी। भगवान श्रीराम से जुड़े कई सबूत यहां आज भी मौजूद हैं। यहां साढ़े पांच हजार साल पुराना मंदिर है। अर्धकाशी कहलाने वाली इस नगरी में भगवान राम का गुरुकुल है। इसके साथ ही उनकी लीला से जुड़े कई अन्य स्थल भी हैं। महर्षि वशिष्ठ के आश्रम में प्राचीन रामकुंड भी है। इस रामकुंड का वर्णन स्कंद पुराण में भी आता है। यहां भगवान राम रोज सुबह स्नान किया करते थे। बाद में यह रामकुंड के नाम से जाना जाता है। स्थानीय लोगों की इस कुंड और उसके जल के प्रति गहरी आस्था है। रामकुंड का पानी कभी भी खराब नहीं होता है, इसलिए जो श्रद्धालु यहां आते हैं वे इसके जल को आदर के साथ अपने साथ जरूर ले जाते हैं और गंगा जल की तरह इसे पूजा में रखते हैं। भगवान श्रीराम और उनके भाइयों यानी लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न को योग और शिक्षा महर्षि वशिष्ठ ने दी थी। इस बात का प्रमाण है महर्षि वशिष्ठ का योग ग्रंथ। माउंटआबू का गौमुख और वशिष्ठ आश्रम देश ही नहीं विश्व में अपना अलग स्थान रखता है। यह आज भी शिक्षा का केंद्र है, जहां देश-विदेश के बच्चे यहां आकर पढ़ते हैं।

ImageSource 

माउंट आबू पर घूमने का भी अलग ही आनंद है। इस स्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों में नक्की झील, सनसेट पॉइंट, टोड रॉक, अबू रोड का शहर, गुरु शिखर चोटी और माउंट आबू वन्य जीवन अभयारण्य हैं। माउंट आबू में धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के अनेक स्मारक हैं, जहां आकर बहुत सुहाना माहौल मिलता है।