भगवान शिवजी कि महिमा से तो हम सभी भली भाँति परिचित हैं. अगर शांति की मुद्रा में हैं, तो सृष्टि के पालनहारे हैं. लेकिन अगर उन्हें क्रोध आ जाये तो फिर विनाश से कोई नहीं बचा सकता. उन्हें ध्यान और शांति बहुत पसंद है, और उन्होंने अपना निवास धरती से बहुत ऊँचाई पर जाकर बनाया है. पवित्र कैलाश पर्वत पर वो अपना ध्यान लगाकर बैठे रहते हैं. अब जिस पर्वत पर साक्षात भगवान शिव का निवास हो, उसकी कितनी विशेषताएं होंगी इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता. कैलाश पर्वत से जुड़े कई ऐसे रहस्य हैं, जिन्हें जानकर आप हैरान रह जायेंगे. आइए आपको बताते हैं कुछ ऐसे ही दिलचस्प रहस्य-
हजारों सालों से लोग कैलाश पर्वत की परिक्रमा करते आ रहे हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार 12 बार परिक्रमा करने पर यह माना जाता है कि यह सभी पापों को समाप्त कर देता है.
कैलाश पर्वत पर एक गौरी कुंड है जो हमेशा बर्फ से ढंका रहता है, कहते हैं इस झील में मां पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी.
मानसरोवर झील के उत्तर में कैलाश पर्वत और पश्चिम में राक्षस ताल है.
जिस तरह से गंगा नदी का उद्गम स्थल हिमालय पर्वत है. उसी तरह कैलाश पर्वत से भी चार नदियों का उद्गम होता है, सिंधू, ब्रह्मपुत्र, सतलुज और घाघरा. यह चारों नदियां चारों दिशाओं में बहती हैं.
कैलाश पर्वत को धरती का केंद्र बिंदु कहा जाता है. यहाँ पर कम्पास भी काम नहीं करता. क्योंकि यहाँ चारों दिशाएं मिलती हैं.
और यहाँ का जो सबसे बड़ा रहस्य है, उसके अनुसार यहाँ समय बहुत तेज़ी से बीतता है. और लोगों के नाखून और बाल बहुत तेजी से बढ़ते हैं. हालांकि इसके बारे ज्यादा जानकारी नहीं है. लेकिन कहते हैं कि, कुछ लोगों के साथ ऐसा हुआ है.
और एक महत्वपूर्ण जानकारी ये भी है कि, मान्यताओं के अनुसार कैलाश पर्वत का आकार समय समय पर बदलता रहता है.