मुंबई के डॉक्टर दंपति ने चलाया अनोखा अभियान, 10 दिनों में किया 20 किलो कोविड दवाओं का संग्रह

मुंबई के एक डॉक्टर दंपति उन लोगों से बची हुई दवाइयाँ एकत्र कर रहे हैं, जो COVID -19 जैसी गंभीर बीमारी को मात दे चुके हैं. इन दवाइयों को वे जरूरतमंद मरीजों को उपलब्ध करा रहे हैं.

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1 मई को, Dr Marcus Ranney और Dr Raina ने ‘मेड्स फॉर मोर’ की शुरूआत की. इस तरह की प्रक्रिया से उन लोगों को फायदा होगा जिन्हें दवाईयां दुकानों व अस्पतालों से नही मिल पा रही हैं.

एक न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए डॉ. मार्कस रेनी ने बताया कि हमने इस तरह का अभियान मात्र 10 दिन पहले ही शुरू किया था. “हमने 7-8 लोगों से मदद ली और एक टीम का गठन किया और इस मिशन को उन लोगों की मदद करने के उद्देश्य से शुरू किया, जो दवाइयां खरीदने के लिए बाहर नहीं जा सकते हैं या उन्हें वहन नहीं कर सकते.

जानकारी के अनुसार 10 दिनों में 20kg दवाइयां एकत्रित की गईं, और भी दवाईयां एकत्रित की जा रही है. डॉ. मार्कस रेनी ने यह भी बताया “हमारे पास अब 100 इमारतें हैं जो हमें दवाइयां भेज रही हैं। हम आठ लोगों की टीम हैं और आस पास के लोग भी इस सेवा कार्य में भाग ले रहे हैं. पिछले सप्ताह हमने 20 किलोग्राम दवाइयां एकत्र की, जिन्हें पैक करके हमारे NGO सहयोगियों को दे दिया गया है.”

डॉक्टर का यह भी कहना है कि इन दवाईयों को भारत के हर स्वास्थ केंद्रों में ज़रूरत के अनुसार मुहैया कराई जाएंगी.

“मेड्स फॉर मोर” में हर प्रकार की दवाईयां एकत्रित कर रहे हैं जैसे एंटीबायोटिक्स, फैबिफ्लू, दर्द से राहत, स्टेरॉयड, इनहेलर, विटामिन, एंटासिड, आदि को एकत्र किया, जो कोविड -19 मरीजों के इलाज के लिए उपयोग किए जा रहे हैं. और तो और पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर जैसी चीजें भी एकत्र की जा रही हैं.

मेड्स फॉर मोर और हालात को देखते हुए कई और लोगों ने भी अपनी स्वेच्छा से इस तरह की गतिविधियों को शुरू कर दिया है. किसी भी चीज से अकेले लड़ना बहुत मुश्किल होता है परंतु कई लोग एक साथ मिलकर परेशानी का सामना करें तो जल्दी ही हालात को ठीक किया जा सकता है. यानि कि अगर सब साथ मिलकर काम करेंगे, तभी आने वाला समय अच्छा हो पाएगा.