हमारे देश में जगह-जगह बने किले भारत के प्रभावशाली इतिहास के गवाह हैं। पुरातत्वीय महत्व की ये संपदा देश- विदेश के सैलानियों को आकर्षित करती है और देश की आय में भी बढ़ोतरी होती है। राजस्थान में बड़ी संख्या में बड़े-बड़े किले मौजूद हैं और इन किलों का अपना एक अलग इतिहास रहा है। राजस्थान की राजधानी जयपुर का नाहरगढ़ किला इन्हीं से एक है। अरावली पर्वत माला पर बने इस किले की सबसे रोचक बात यह है कि इसे कभी कोई जीत नहीं सका। ImageSource
नाहरगढ़ किला जयपुर के संस्थापक महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने सन् 1734 में बनवाया था। इसके बाद सन् 1880 में सवाई माधो सिंह ने इस किले को विस्तार देते हुए इसका पुनर्निर्माण कराया। इस किले का नाम जयपुर के राजकुमार नाहर के नाम पर नाहरगढ़ रखा गया। इस किले के अंदर माधवेंद्र नाम का एक भवन भी बना हुआ है, जिसमें राजा और उनका परिवार सिर्फ गर्मियों के दिनों में यहां आते थे। सवाई राम सिंह और सवाई माधो सिंह ने इस किले के अंदर कुछ और भवनों का निर्माण करवाया। सवाई राम सिंह की नौ रानियां थीं और उन सभी रानियों के लिए इस किले में अलग-अलग भवन बनवाए गए थे, उन सभी भवनों में सारी सुविधाएं उपलब्ध थीं। कमरों को गलियारों से इस तरह जोड़ा गया है कि रानी को पता चले बिना राजा किसी भी कमरे में जा सकते थे। कमरों और गलियारों का यह जोड़ा एक भूल- भुलैया की तरह है। महल में कई कमरे और बरामदे बने हुए हैं, जो एक जैसी डिजाइन के हैं।
नाहरगढ़ का किला ऊंचे पहाड़ पर स्थित होने के कारण काफी सुरक्षित है, इसके चारों तरफ ऊंची- ऊंची दीवारें भी इसे और अधिक सुरक्षित बना देती हैं।
किले की दीवारों में सैन्य चौकियां बनी हुई हैं, पुराने जमाने में इन चौकियों से बाहर की तरफ नजर रखी जाती थी। इसके साथ ही गोलाकार दीवारों में हथियारों के इस्तेमाल के लिए छिद्र बनाए हुए हैं। ऊंची पहाड़ी पर स्थित होने के कारण यहां से जयपुर का सुंदर नजारा दिखाई देता है।
किले के अंदर दो बावड़ियां बनी हुई हैं जो काफी गहरी होने के साथ बहुत खूबसूरत हैं। इसी प्रकार महल के अंदर चार चौक बने हुए हैं। छत पर जाने के लिए सीढ़ियां भी हैं।ImageSource
आजादी के 1857 के संघर्ष के समय राजा सवाई राम सिंह ने कई यूरोपियन लोगों की सुरक्षा के लिए उन्हें नाहरगढ़ किले में भेज दिया था। इस तरह नाहरगढ़ का किला आजादी की लड़ाई में भी इस्तेमाल हुआ है। आज के दौर में यह किला पर्यटन का एक बड़ा स्थान है और इसे देखने के लिए देश ही नहीं, विदेशों से भी लोग आते हैं। इस किले की खूबसूरती और बनावट के कारण यहां कई फिल्मों की शूटिंग भी हुई हैं। ऐसे कई कारण हैं, जिसकी वजह से यह किला सैलानियों को आकर्षित करता है।