जैसे जैसे शिलान्यास की तारीख नजदीक आती जा रही है, राम भक्तों के मन में व्याकुलता भी बढ़ती जा रही है, सबके मन में यही चल रहा है कि, आखिर जब ये श्रीराम का मंदिर बनकर तैयार होगा तो उसका स्वरुप कैसा होगा. हालांकि मंदिर के लिए हाल ही में बनाये गए नक़्शे को देखकर लगने लगा है कि, मंदिर बहुत भव्य होगा, और सम्पूर्ण विश्व में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का ये सबसे आलौकिक मंदिर होगा. और आखिर होगा भी क्यों नहीं, अयोध्या ही तो वो स्थान है, जहाँ कभी स्वयं प्रभु राम ने जन्म लिया था.ImageSource
मंदिर के नए नक़्शे का प्रारूप सोमपुरा ग्रुप द्वारा बनाया गया है, ये वही समूह है जिसने गुजरात में स्थित भव्य सोमनाथ मंदिर का निर्माण किया है. अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर सोमपुरा समूह के वरिष्ठ इंजिनियर आशीष सोमपुरा की तरफ से जानकारी मिली है कि, पूरे मंदिर में कहीं भी स्टील का प्रयोग नहीं किया जायेगा. ये पूरा मंदिर आलीशान पत्थरों पर खड़ा होगा. पहले बने नक़्शे के अनुसार अग्रभाग, सिंहद्वार, नृत्यमंडप, रंगमंडप के बाद गर्भगृह था, और नए नक़्शे के अनुसार गर्भगृह और रंगमंडप के बीच गूढ़मंडप बनेगा.
और इसके दायें तथा बाएं भाग में अलग अलग कीर्तन और प्रार्थना मंडप भी होंगे. केवल गर्भगृह को छोड़ दिया जाए तो बाकी सभी मंडपों के आकार में काफी विस्तार हुआ है. अब आलीशान गुलाबी पत्थर की बारह फुट की नींव के बाद गर्भगृह के फ्लोर पर केवल रामलला ही विराजमान होंगे. और उसके ऊपर वाले फ्लोर पर राम दरबार बनेगा. और जैसाकि सबको पता है मंदिर के नए नक़्शे के अनुसार उसकी ऊंचाई में भी विस्तार हुआ है, इसलिए अब तीसरा फ्लोर भी निर्मित किया जायेगा, पर यह खाली ही रहेगा.ImageSource
5 अगस्त को शिलान्यास होने के बाद मंदिर निर्माण का कार्य बहुत तेज़ी से होगा, और बहुत जल्द तीन मंजिला भव्य राम मंदिर तैयार हो जायेगा, उसके बाद राम भक्त अपने रामलला के दर्शन कर सकेंगे.