दुनिया भर के सबसे ज्यादा मशहूर पुरस्कारों में एक नोबेल पुरस्कार जिसको भी मिलता है, समझो उसका जीवन इस धरती पर सार्थक हो जाता है. दरअसल ये पुरस्कार मिलता भी तभी है, जब इंसान इस तरह का कोई महान कार्य करता है, जिससे क्षेत्र विशेष में उसका बहुत बड़ा योगदान होता है. यह पुरस्कार शांति , भौतकी, रसायन, विज्ञान, साहित्य और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में दिया जाता है.
कैसे शुरू हुआ नोबेल पुरस्कार देने का सिलसिला
यह अवॉर्ड नोबेल फाउंडेशन द्वारा दिया जाता है. यह स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड बनार्ड नोबेल की याद में दिया जाता है. अल्फ्रेड बनार्ड नोबेल ने अपनी मृत्यु से पहले अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा एक ट्रस्ट के लिए सुरक्षित रख दिया था. उनकी इच्छा थी कि इन पैसे के ब्याज से हर साल उन लोगों को सम्मानित किया जाए तो मानव जाति के लिए बेहतरीन काम करते हैं. अल्फ्रेड बनार्ड नोबेल की राशि स्वीडिश बैंक में जमा है और इस पर जो ब्याज बनता है उससे हर साल नोबेल फाउंडेशन नोबेल प्राइज देता है. पहला नोबेल शांति पुरस्कार 1901 में शांति के लिए दिया गया था.
नोबेल प्राइज विजेता को कितना पैसा मिलता है ?
नोबेल पुरस्कार जीतने वाले व्यक्ति को एक नोबेल पदक और डिप्लोमा के साथ पुरस्कार राशि भी दी जाती है. भारतीय रुपये में इस राशि को कनवर्ट करें तो यह राशि लगभग 6.45 करोड़ रुपये होगी. बता दें कि यह राशि बढ़ती-घटती रहती है. दरअसल साल 2017 से पहले तक नोबेल पुरस्कार जीतने वालों को 8 मिलियन स्वीडिश क्राउन मिलते थे पर साल 2017 में इसे बढ़ाकर 9 मिलियन स्वीडिश क्राउन (1.12 मिलियन यूएस डॉलर) कर दिया गया है. अगर किसी क्षेत्र में दो या इससे अधिक व्यक्तियों को संयुक्त रूप से नोबेल प्राइज दिया जाता है तो उनके बीच राशि का बराबर बंटवारा किया जाता है.