तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के पास कोप्पुर में देश का पहला ऐसा मंदिर बना रहा है जो पूरी तरह से पेरामेट्रिक होगा. इस मंदिर में वहां की स्थानीय भाषा और संस्कृति को दर्शाया जायेगा. ये अपनी तरह एक अद्भुत मंदिर होगा, जिसके निर्माण के लिए 338 एकड़ जगह में मास्टर प्लान तैयार किया गया है. और इसे बनने में 1 से 2 वर्ष का समय लगने का अनुमान है. देश की जानी मानी आर्किटेक्ट कंपनी आर्किटेक्चर एंड रिसर्च फर्म रैट [लैब] स्टूडियो और शिल्पा आर्किटेक्ट्स द्वारा इस मंदिर का डिजाईन निर्मित किया गया है. और इसी ग्रुप द्वारा इस मंदिर का निर्माण किया किया जाएगा.
इस मंदिर के निर्माण में इंजीनियरिंग का बेहतरीन नमूना देखने के लिए मिलेगा. इस मंदिर का डिजाईन ही इतना खूबसूरत है, जिसे देखकर लग रहा है कि, जब ये मंदिर बनकर तैयार होगा तो कितना अद्भुत लगेगा. इस मंदिर का आकार इस तरह का होगा कि, उसके ऊपर जब सूर्य की रौशनी पड़ेगी तो फिर वही रौशनी चारों तरफ बिखर जाएगी. और ऐसा अद्भुत नज़ारा बनेगा जो देखने लायक होगा. मंदिर का निर्माण शुरू होने के बाद 2021 -22 तक संपन्न हो जायेगा.
भारत को वैसे ही मंदिरों का देश कहा जाता है. एक से बढ़कर एक मंदिर हैं यहाँ, और लगातार हर समय अलग अलग स्थानों पर कई मंदिरों का निर्माण भी चलता रहता है. इसी क्रम में ये अपनी ही तरह का एक और अनोखा मंदिर है, जो जल्द ही सबको देखने के लिए मिलेगा.चेन्नई में बनने वाला ये मंदिर बाकी के सभी मंदिरों से काफी अलग होगा.