सौभाग्यशाली हैं वो लोग, जो श्रीराम की धरती पर रहते हैं..

जैसे जैसे श्रीराम जन्मभूमि के पूजन का समय नजदीक आ रहा है, वैसे ही राम भक्तों में उत्साह भी बढ़ रहा है. पूरे देश और दुनियां में इस समय सनातन धर्म के अनुयायियों में हर्ष का माहौल है, हर इंसान अपने आराध्य भगवान राम के भूमि पूजन को देखना चाहता है. श्रीराम भारतीय जनमानस की ह्रदय और आत्मा में बसे हुए हैं. और अब ये सपना साकार होने जा रहा है. बड़े संघर्ष के बाद सफलता का शुभारम्भ है ये, सनातन परम्पराओं के अग्रज हैं श्रीराम, आदर्शों की मिसाल और हम सबके भगवान. और अब काफी लम्बी प्रतीक्षा के बाद उनके मंदिर निर्माण की तैयारियां शुरू हो गईं हैं.ImageSource

अब जब श्रीराम का मंदिर बनने जा रहा है, तो उनके नगर की सजावट में भी कोई कसर नहीं रहेगी. वैसे भी अयोध्या नगर का नाम तो हमारे लिए हमेशा ही गौरव रहा है, यही वो धरती है, जहाँ श्रीराम ने जन्म लिया, उनका बचपन यहीं बीता, हालांकि बाद के जीवन में उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ा, पर बाद में उनका इसी नगर में राज्यभिषेक हुआ, और सदाचारी जीवन जीते हुए उन्होंने न्यायप्रियता की मिसाल कायम की.

श्रीराम साक्षात ईश्वर हैं, और उनका नगर प्रभु का वास, धन्य है वो धरती, वो मिट्टी जहाँ उनका बचपन बीता, और बाद की पीढ़ियों ने जिसने भी उस नगर में जन्म लिया, वो भी धन्य है. उसी धरती पर अब श्रीराम का मंदिर बन रहा है, लोग दूर दूर से आयेंगे यहाँ, रामजी की नगरी में, और यहाँ की मिट्टी को अपने माथे से लगाकर जायेंगे. अयोध्यावासी श्रीराम के पास रहेंगे, और रामजी के भक्तों की सेवा करने का अवसर भी उन्हें मिलेगा. श्रीराम तो सदैव अपने भक्तों के ह्रदय में रहते हैं, भक्त इस संसार में कहीं भी रहें, प्रभु उनके साथ ही होते हैं. लेकिन फिर भी सौभाग्यशाली हैं वो लोग जो अयोध्या में रहते हैं.