तुलसी के पौधे के महिमा बहुत महान है. उसे सनातन धर्म में दैवीय स्वरुप माना जाता है. हिन्दू धर्म के अनुयाइयों में शायद ही किसी का ऐसा घर हो जिस घर में तुलसी का पौधा नहीं हो. तुलसी को तुलसा देवी या तुलसी माता भी कहा जाता है. इसे लगाने का अर्थ है इसकी नियमित पूजा-अर्चना करना. तुलसी का पौधा आपको नजर दोष से भी बचाता है. लेकिन, अगर आप तुलसी के साथ असावधानी बरतें तो आपको पाप का भागी भी बना सकता है. कई बार आंगन में रखी तुलसी सूख जाती है, ऐसी तुलसी का अनादर करना अशुभ फल देता है. इसलिए तुलसी की नियमित रूप से देखभाल भी ज़रूरी है. समय समय पर इसे पानी देना होता है. कभी कभी हम देखते हैं कि, हमारे घर के आँगन में खड़ा तुलसी का पौधा अचानक सूखने लगता है. यदि ऐसा मौसम की वजह से हो तो कोई बात नहीं, लेकिन अगर तुलसी का पौधा देखरेख के बाद भी बेमौसम सूखने लगता है, तो उसे काफी अशुभ माना जाता है.
आपके आंगन, बालकनी या घर के किसी भी कोने में लगी तुलसी का पौधा आपकी कई तरह के दोषों से रक्षा करता है. ये आपको आपको नजर दोष से भी बचाता है, इसलिए घर में लगी तुलसी अगर अचानक सूखने लगे तो ये इशारा होता है कि आपके घर पर कोई विपत्ति आने वाली है या कोई नजर दोष है. तुलसी बेमौसम, बेवजह सूख जाए तो ये निश्चित ही कुछ बहुत अशुभ होने का संकेत होता है.
तो जब ये तुलसी की पत्तियां सूखकर स्वयं गिर रही हों तो परेशान होने की आवश्यकता नहीं है. तुलसी की गिरी हुई पत्तियों को भी फेंकने नहीं गाड़ने का प्रावधान है, आप उसे उसी मिट्टी में दबा दीजिए. पत्तियों को उठाकर इकठ्ठा कर कपूर के साथ जला भी सकते हैं. और जब तुलसी का पौधा पूरी तरह सूख जाए तो उसे घर में रखने की बजाय बहते पानी में प्रवाहित कर दें. तुलसी को बहाने से आप अपने घर के ऊपर लगे नजर दोष से भी बच जाते हैं .
तुलसी का पौधा सूखने के बाद घर में तुलसी का एक नया पौधा जरूर लगा दें. ऐसा करना शुभ होता है. तुलसी आपके घर में सफलता और सुख दोनों साथ लेकर आती है. और ये नकारात्मकता को भी दूर करता है.