वो बहुत महान गायक थे, उनकी आवाज़ में जादू था, जितने अच्छे गायक, उतने ही अच्छे इंसान. बॉलीवुड और साउथ के दिग्गज गायक एपसपी बाला सुब्रमण्यम का निधन हो गया है. उन्होंने अपने करियर में 16 भारतीय भाषाओं में 40 हजार से भी ज्यादा गानों में अपनी मधुर आवाज़ का जादू बिखेरकर उन्हें अमर बना दिया.
अपने जीवन में एक बार सबको जाना होता है. कोई यहाँ सदा रहने के लिए नहीं आया, लेकिन जो लोग इस धरती पर कुछ महान कार्य कर जाते हैं, वो सदैव अपनी उन उपलब्धियों के ज़रिये हमारे बीच जिंदा रहे हैं.
एस पी बालासुब्रमण्यम द्वारा इतने ज्यादा गाने गाए जाने के लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल है. उन्होंने चार अलग-अलग भाषाओं (कन्नड़, तेलेगु, तमिल और हिंदी) में अपने काम के लिए बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर के 6 नेशनल फिल्म अवॉर्ड जीतकर अपनी श्रेष्ठता का साबित किया. बालासुब्रमण्यम ने तेलुगु सिनेमा में अपने काम के लिए 25 आंध्र प्रदेश राज्य नंदी पुरस्कार जीते. 1981 में आई फिल्म एक दूजे के लिए का गाना ‘तेरे मेरे बीच में कैसा है ये बंधन’ आज भी उतना ही प्रभावशाली है. इस गाने के लिए उन्हें नेशनल अवार्ड मिला था. दक्षिण भारत में पैदा हुए और कई भाषाओं में गाने वाले एसपी बालासुब्रामण्यम ये कहते थे कि गायकी का भाव और प्रेरणा उन्हें हिंदी गानों से मिली, ख़ासकर मोहम्मद रफ़ी के वो बड़े फ़ैन थे.
आपको बता दें, एस पी बालासुब्रमण्यम प्लेबैक सिंगर के साथ म्यूजिक डायरेक्टर, एक्टर, फिल्म प्रोड्यूसर और डबिंग आर्टिस्ट भी रहे हैं. उन्होंने तमिल, तेलेगु, कन्नड़, मलयालम और हिंदी में काम किया.
एस पी बालासुब्रमण्यम कोरोना से संक्रमित थे. हॉस्पिटल से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटे में एसपी बालासुब्रमण्यम की हालत काफी क्रिटिकल हो गई थी. उनको डॉक्टरों ने पूरी तरह से लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर शिफ्ट कर दिया था. और जा उन्होंने इस दुनिया से विदा ले ली.