भाजपा के आधार स्तम्भ लालकृष्ण आडवाणी हुए 93 साल के, पी एम मोदी ने पैर छूकर लिया आशीर्वाद

  • भाजपा आधार स्तम्भ लालकृष्ण आडवाणी जी का आज जन्म दिवस है. आज उन्होंने अपने जीवन के 93 साल पूरे कर लिए हैं. उनका जन्म 8 नवंबर 1927 को कराची के एक सिंधी परिवार में हुआ था. और विभाजन के समय उनका भारत आकर मुंबई में बस गया था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार सुबह वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को जन्मदिन की शुभकानाएं देने उनके निवास पहुंचे. इस दौरान उन्होंने आडवाणी को फूलों का गुलदस्ता भेंट किया. पीएम मोदी ने पैर छूकर उनसे आशीर्वाद भी लिया. इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे. सिर्फ इतना ही नहीं उनके घर पे केक भी काटा गया, जो खुद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने हाथ से उन्हें खिलाया.

पीएम मोदी ने आडवाणी जी के जन्मदिवस के अवसर पर ट्वीट भी किया, जिसके माध्म से उन्होंने कहा, भाजपा को जन-जन तक पहुंचाने के साथ देश के विकास में अहम भूमिका निभाने वाले श्रद्धेय श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई. वे पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं के साथ ही देशवासियों के प्रत्यक्ष प्रेरणास्रोत हैं. मैं उनकी लंबी आयु और स्वस्थ जीवन की प्रार्थना करता हूं.

लाल कृष्ण आडवाणी 2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भारत के सातवें उप प्रधानमंत्री का पद संभाल चुके हैं. इससे पहले वह 1998 से 2004 के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) में गृहमंत्री भी रह चुके हैं.

भारतीय जनता पार्टी की नींव रखने वाले प्रमुख लोगों में लालकृष्ण आडवानी जी का नाम भी बहुत अहम है. उन्होंने अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बनाये जाने के लिए पूरे देश में रथ यात्रा भी निकाली, और राम मंदिर आन्दोलन में उनकी बेहद महत्वपूर्ण भूमिका रही है.10वीं और 14वीं लोकसभा के दौरान उन्होंने विपक्ष के नेता की भूमिका बखूबी निभाई है.उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जरिए अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी.2015 में उन्हें भारत के दूसरे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.