अयोध्या में भूमि पूजन कर प्रधानमंत्री मोदी ने किया कोटि-कोटि लोगों का सपना साकार

सदियों बाद आई शुभ बेला के चलते अयोध्या के साथ पूरी दुनिया आज पुलकित है। भगवान श्री राम मंदिर के विशाल मंदिर निर्माण के लिए हुए भूमि पूजन के साथ बरसों बरस का सपना पूरा हो रहा है।

देश की जन-जन की भावनाओं के अनुरूप प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भगवान श्री राम की जन्म स्थली अयोध्या पहुंचे और बुधवार को अभिजीत मुहूर्त में 161 फीट ऊंचे पांच गुंबद वाले भव्य मंदिर के निर्माण के लिए चांदी की शिलाओं का पूजन करते हुए शिलान्यास किया।

इसमें उन ताम्र पत्रों का भी पूजन किया, जिन पर आज की तिथि, मुहूर्त इत्यादि की जानकारी अंकित थी। सभी शुभ संकल्पों के साथ काशी और अयोध्या के आचार्यों ने पूर्ण विधि-विधान के साथ भूमि पूजन करवाया। हाथ में जल और पुष्प लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने दुनिया भर के राम भक्तों की आशा को पूर्णता प्रदान की। मुहूर्त के अनुसार ठीक 12:44 पर शिला पूजन और 12:45 बजे पुष्पांजलि और फिर परिक्रमा के बाद पूजन का समापन हुआ। उनके साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, संघ प्रमुख श्री मोहन भागवत, श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज प्रमुख रूप से पूजा स्थल पर मौजूद थे। ‌ इधर उसी पंडाल में बाबा रामदेव सहित अनेक साधु संत और विशिष्ट जन मौजूद थे। कोरोना काल के चलते सभी अतिथियों और प्रधानमंत्री ने प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मुंह पर मास्क लगाया हुआ था तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया।

सुबह 9:30 बजे नई दिल्ली से रवाना होने के बाद प्रधानमंत्री लखनऊ पहुंचे और वहां से हेलीकॉप्टर के माध्यम से अयोध्या की पुण्य धरा पर उतरे। हेलीपैड से सीधे हनुमानगढ़ी पहुंचे और वहां हनुमान जी का पूजन अर्चना और आरती करते हुए उनसे मंदिर निर्माण तथा भूमि पूजन की अनुमति प्राप्त की।ImageSource

इसके बाद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी नियत कार्यक्रम के अनुसार वक्त से कुछ मिनट पहले ही श्री राम जन्म भूमि स्थल पर पहुंच गए । यहां पहुंचते ही अपने आराध्य रामलला को साष्टांग दंडवत किया। इसके बाद रामलला की पूजा-अर्चना करने के बाद भूमि पूजन में हिस्सा लिया। इस भूमि पूजन अनुष्ठान के दौरान आचार्य ने भगवान विष्णु के दसों अवतारों को प्रणाम किया और उनसे आशीष लिया। पूरी पूजन के दौरान आचार्य जी के सहयोगी समय और मुहूर्त में कितने सेकंड बाकी हैं यह भी बताते जा रहे थे। भूमि पूजन की विधि खोदे गए गड्ढे के आसपास ही वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अनुष्ठान किया गया। जय श्री राम, हर हर महादेव और भारत माता की जय के साथ अनुष्ठान का समापन हुआ। इसके बाद ठीक 12:50 पर प्रधानमंत्री मोदी राम जन्मभूमि परिसर के पूजा स्थल से रवाना हुए।

जैसा भूमि पूजन के वक्त आचार्यों ने बताया , उसके अनुसार राम जन्मभूमि स्थल पर गहराई में शेषनाग और उनके ऊपर कूर्म शिला स्थापित होगी और फिर उसके ऊपर वेदी बनेगी जिस पर राम लला विराजित होंगे।

भूमि पूजन के बाद प्रधानमंत्री सहित सभी अतिथि गण मंच पर पहुंचे और फिर संबोधन की शुरुआत हुई। सबसे पहले मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधित किया और कहा कि कई पीढ़ियों से और 5शताब्दी से जिस क्षण का इंतजार किया जा रहा था वह आज आया। उनके बाद सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने संबोधित किया। उन्होंने कहा यह गौरव का चांद है जब हमें अपने संकल्प की छोटी का आनंद मिल रहा है।

जिस वक्त अयोध्या में भूमि पूजन चल रहा था, पूरे देश में जगह-जगह पटाखे चलाकर खुशी का इजहार किया जा रहा था। अयोध्या सहित पूरे देश में और विश्व के कई स्थानों पर दीपावली जैसा माहौल है। आज अयोध्या ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में ऐसा वातावरण है , ऐसा उत्साह का माहौल है जैसे भगवान राम वनवास से अयोध्या लौट आए हों।