अयोध्या में गूंज उठी वैदिक ऋचाएं, भूमि पूजन विधान का शुभारंभ

अयोध्या में प्रभु श्री राम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर के निर्माण के लिए मंत्रोच्चार, शंख ध्वनि और वैदिक ऋचाएं गूंजने की शुरुआत हो गई है। वैसे तो मुख्य भूमि पूजन समारोह 5 अगस्त को होगा, लेकिन उसकी पूजन की शुरुआत रक्षाबंधन के दिन यानी आज से शुरू हो चुकी है। किसी भी पूजन में विधि-विधान का सर्वाधिक महत्व होता है। इसी के तहत 21 वैदिक विद्वान एवं पुजारियों ने सोमवार सुबह 9 बजे से गणपति पूजन की शुरुआत की।

सनातन परंपरा में किसी भी मांगलिक कार्य या निर्माण की शुरूआत श्री गणेश पूजन से ही होती है। भगवान श्री गणेश की पूजन से जब किसी कार्य का शुभारंभ किया जाता है तो कार्य में कोई विघ्न नहीं आता। भव्य मंदिर निर्माण और गरिमामय भूमि पूजन समारोह के लिए आयोजित यह गणेश पूजन भी कोई साधारण नहीं बल्कि लगभग 5 घंटे की है। इसमें भगवान श्री गणेश का आवाहन एवं पूजन किया जा रहा है। श्री गणेश पूजन एवं समूचा अनुष्ठान काशी विद्वत परिषद के आचार्य और अयोध्या के पुजारी संपन्न करा रहे हैं।

पूजन के सिलसिले में मंगलवार को भगवान श्री राम की अर्चना की जाएगी। भूमि पूजन के दिन 5 अगस्त को बुधवार आ रहा है और यह भगवान श्री गणेश का दिन है। भगवान गणेश को हरा रंग बहुत पसंद है इसलिए 5 अगस्त को भगवान श्रीराम को रत्न जड़ित आभूषणों के साथ केसरिया और हरे रंग की पोशाक पहनाई जाएगी।

इस बीच, उत्तर प्रदेश क‌े‌ मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ भी अयोध्या पहुंचकर पूजन स्थल पर पहुंचकर दर्शन करेंगे और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आगमन के लिए की गई तैयारियों का जायजा लेंगे। श्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या में दोपहर को पहुंचने का कार्यक्रम है, वह शाम तक यहां रह कर विभिन्न तैयारियों का निरीक्षण करेंगे। योगी आदित्यनाथ कल यानी रविवार को अयोध्या जाने वाले थे लेकिन उनकीे सहयोगी कैबिनेट मंत्री कमला रानी वरुण के निधन के कारण उन्होंने अयोध्या जाना निरस्त कर दिया था।

इन दिनों पूरी दुनिया में कोरोनावायरस का प्रकोप चल रहा है। इसके चलते पूजन पाठ एवं समस्त विधि- विधान के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। आने वाले दिनों में भी पूजन लगातार चलेगी। इस दौरान आचार्यों- पुजारियों सहित सभी लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपना कार्य संपन्न करवा रहे हैं।

यहां तक कि पूजन के स्थान से लेकर पूजन में इस्तेमाल होने वाली विभिन्न सामग्रियों का भी उचित तरीके से सैनिटाइजेशन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व में इस संबंध में स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि समारोह में किसी भी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाने आदि का उल्लंघन नहीं हो। ऐसे में श्री गणेश पूजन से लेकर भूमि पूजन समारोह की पूर्णता तक कोरोना से बचाव को लेकर जिस तरह की सावधानी बरती जा रही है, वह प्रशंसनीय है।

विभिन्न परिस्थितियों के चलते और देश में उत्साह के बीच भूमि पूजन के विधि-विधान का आज से शुभारंभ हो जाने के बाद श्री राम भक्तों में खुशी छा गई है।