मंच से लेकर पंडाल तक में कौन कहां ‌बैठेगा, तैयार हो चुका है पूरा प्लान

अयोध्या एक बार फिर इस तरह से सजेगी, जैसे भगवान श्री राम के वनवास से लौटने पर सजी थी। इस बार अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि स्थल पर विशाल मंदिर निर्माण के लिए 5 अगस्त को होने वाले भूमिपूजन समारोह के लिए सजावट की जा रही है। हां, इस सजावट के साथ सुरक्षा का भी विशेष रूप से ध्यान रखा जा रहा है। ये दो प्रकार की होगी, एक तो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी सहित कई वरिष्ठ नेता, उद्योगति और साधु-संतों के आगमन की दृष्टि से उनकी सुरक्षा व्यवस्था और दूसरी कोरोना महामारी से बचाव की सुरक्षा।ImageSource

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या आगमन और अतिथियों के स्वागत के लिए साकेत महाविद्यालय से लेकर रामजन्मभूमि परिसर तक सड़क के दोनों किनारों पर सुगंधित पुष्पों की मालाएं लगाई जाएंगी। इसके साथ ही हनुमानगढ़ी व भूमि पूजन स्थल पर फूलों की रंगोलियां बनाई जाएंगी। कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री श्री मोदी का चॉपर 5 अगस्त को सुबह साढ़े 11 बजे साकेत महाविद्यालय के ग्राउंड पर उतरेगा। उनकी अगवानी राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी करेंगे। इसके बाद श्री मोदी हनुमानगढ़ी दर्शन-पूजन कर रामलला के दरबार में पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री श्री योगी ने प्रधानमंत्री श्री मोदी की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक बड़ी टीम यहां तैनात की है।

भूमि पूजन की तैयारियों के बीच यहां एसपीजी पहुंच गई है। सुरक्षा अधिकारियों ने प्रधानमंत्री के निर्धारित कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का खाका तैयार कर लिया है। इसी के साथ एसपीजी ने सुरक्षा व्यवस्था अपने हाथ में ले ली है।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने करीब ढाई सौ लोगों को सोशल डिस्टेसिंग के साथ बैठाने के लिए पंडाल का क्षेत्रफल बढ़ा कर दोगुना कर दिया है। इसके साथ दो अलग-अलग मंच भी तैयार किए जा रहे हैं। मुख्य मंच पर प्रधानमंत्री श्री मोदी, संघ प्रमुख श्री मोहन भागवत, प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ और श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास बैठेंगे।ImageSource

इधर, सेहत की सुरक्षा के तहत अलग-अलग कई टीमें पूरे राम जन्मभूमि परिसर को सैनिटाइज करने में लगी हुई हैं। कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन कराने के लिए अलग-अलग स्तरों पर 50-50 अतिथियों की सूची तैयार की गई है। कोविड हेल्प डेस्क भी बनाया गया है। इस काउंटर पर स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी के साथ थर्मल स्कैनर, थर्मामीटर, पल्स-आॅक्सीमीटर की व्यवस्था रहेगी। इंफेक्शन को दूर करने वाली एंटी वायरल टेबलेट एवीमेक्टिन भी उपलब्ध रहेगी। 5 अगस्त के भूमि पूजन में आने वाले सभी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग के साथ उनके पल्स व आॅक्सीजन लेवल की भी जांच होगी। इस तरह महामारी के इस दौर में कोरोना से सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है।