श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए नींव बनाने के लिए तैयारियां हुई तेज़

रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर की नींव का काम शुरू करने की तैयारियां बहुत तेजी से चल रहीं है. कल से नवरात्रि का शुभारम्भ हो रहा है. ऐसे में राम मंदिर के निर्माण का भी पूरी तरह शुभारम्भ होने की पूरी संभावना है. नींव का काम इसी माह शारदीय नवरात्र में ही शुरू करने के लिए पहले से ही प्रयास किये जा रहे थे. और तैयारियां अब अपने अंतिम पायेदान पर हैं. पत्थरों कि तराशी का काम पहले ही पूरा हो चुका है. जिसके लिए सभी जरूरी कार्य शीघ्र पूरे किये जा रहे हैं. और अब ये काम पूर्ण हो भी चुके हैं. नींव के निर्माण के लिए सौ फिट गहराई में एक मीटर व्यास के 12 सौ स्तम्भों को खड़ा किया जाना है. यह कार्य शुरू करने से पहले परिसर में ही कंक्रीट की मिक्सिंग का प्लांट शुरू करना होगा. इस प्लांट के लिए विद्युत संयोजन की जरूरत थी.

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राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 11 सौ किलोवाट के विद्धुत लोड स्वीकृत करने का आवेदन किया था. अभी 820 किलोवाट का लोड स्वीकृत किया गया है. उन्होंने जानकारी दी कि इस विद्युत संयोजन में 250-250 केवीए के तीन और चार-चार सौ केवीए के ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे.

इन दिनों कार्यशाला में तराशे गए पत्थरों को राम जन्मभूमि परिसर की अस्थाई कार्यशाला में ले जाने का सिलसिला चल रहा है. कार्यशाला से पत्थरों को दूसरी बार राम जन्मभूमि परिसर ले जाया गया. इस दौरान नींव केलिए उपयोग में लाये जाने वाले चार पिलर को एक बड़े ट्रक में क्रेन से चढ़ाया गया और उसके बाद उसे राम जन्मभूमि परिसर ले जाया गया. कार्यशाला से तराशे गए पत्थरों को इस तरह ले जाए जा रहा है कि सबसे पहले नींव के लिए इस्तेमाल होने वाले पिलर को पहुंचाया जा सके, जिससे जब राम मंदिर निर्माण के समय आवश्यकता पड़े तो पत्थरों को निकालने में परेशानी ना हो.

नींव बनने का काम लगभग 2021 तक पूरा हो जाएगा और उसके बाद बुनियाद के ऊपर का ढांचा खड़ा करने का कार्य शुरू होगा.